पटना: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने केंद्र सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में जिस तरह से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग भाजपा के लोग कर रहे हैं उससे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी अगला चुनाव ईडी, सीबीआई और जांच एजेंसी के माध्यम से ही लड़ना चाहती है. बीजेपी लगातार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
पढ़ें- Land For Job Scam: दिल्ली में मीसा भारती के आवास से निकली CBI की टीम, लालू यादव से हुई घंटों पूछताछ
'9 साल तक क्यों नहीं हुई कार्रवाई': पप्पू यादव ने कहा कि जिस तरह से लालू यादव के मामले पर 9 साल के बाद सीबीआई जांच करने पहुंच रही है. जिस तरह से मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. कहीं ना कहीं यह सब दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी ने जब देखा कि बिहार में महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है, नीतीश कुमार भी अब लालू यादव के साथ हैं, तो सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है.
'सीबीआई इस मामले को लेकर 9 साल तक कुछ नहीं कर सकी. आज उस मामले को फिर से क्यों उठाया जा रहा है? निश्चित तौर पर यह एक सवाल है. नीतीश और लालू के मिल जाने के बाद अब डराया जा रहा है. कोई गलत है तो वही डरेगा. सुशील मोदी से सृजन घोटाला मामले पर पूछताछ क्यों नहीं हो रही है.'- पप्पू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जाप
'चुनाव में बीजेपी का हारने का डर': पप्पू यादव ने कहा कि पूरे देश में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाने का काम किया जा रहा है. जनता देख रही है कि किस तरह से विपक्ष को दबाया जा रहा है. यह भारतीय जनता पार्टी के लोग अब समझ गए हैं कि लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा. तब जाकर के इस तरह का काम भाजपा के लोग पूरे देश में कर रहे हैं. पहले सीबीआई और जांच एजेंसी का दुरुपयोग करेंगे और उनसे भी अगर उन्हें कुछ नहीं मिलेगा तो अंत में हिंदू-मुस्लिम करके पूरे देश में विद्वेष फैलाने का काम करेंगे लेकिन इससे भारतीय जनता पार्टी को इस बार कोई फायदा होने वाला नहीं है.
'नागालैंड में सपोर्ट मिलने का नहीं होगा कोई असर': वहीं नागालैंड में जदयू के विधायक को बीजेपी के साथ आने पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जनता दल यूनाइटेड पार्टी को कुछ नहीं होने वाला है. वहां पर बहुत कम वोट से विधायक बनते हैं. बिहार में ऐसी स्थिति नहीं है जो लोग नागालैंड में जदयू विधायक को भाजपा के साथ जाने पर खुशी मना रहे हैं उन्हें समझना चाहिए कि पूरे देश में विपक्ष एकजुट हो रहा है. विपक्षी एकता के सामने भारतीय जनता पार्टी की कहीं चलने वाली नहीं है.
पूरा मामला: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप लालू यादव पर है. मामला साल 2004 से 2009 का है, तब लालू रेल मंत्री थे. इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी दो बेटी के साथ ही कुल 12 लोग आरोपी हैं. इससे पहले 6 मार्च को राबड़ी के आवास पर CBI ने डेरा डाला हुआ था. सीबीआई की टीम ने राबड़ी देवी से 4 घंटे पूछताछ की थी. वहीं दिल्ली में लालू यादव से भी 7 मार्च को पूछताछ हुई थी.