पटनाः पूर्व सांसद पप्पू यादव को उनके पटना स्थित मंदिरी आवास में नजरबंद कर दिया गया है. पप्पू यादव को उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है. उनके आवास पर पुलिस की तैनाती की गई है. जिसके बाद जाप संरक्षक पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ घर पर ही धरने पर बैठ गए हैं.
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने राज्य सरकार के इशारे पर नजरबंद करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सरकार जाने से रोक रही है. ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पूरे देश के छात्र सड़कों पर हैं. जब छात्र के समर्थन में धरना-प्रदर्शन में जा रहे हैं तो सरकार की तरफ से हाउस करवाया गया है.
आंदोलन से डर कर किया नजरबंद-पप्पू
नजरबंदी पर पप्पू यादव ने कहा है कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ वो लगातार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. हाल ही में नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. जिससे कहीं ना कहीं सरकार उनके आंदोलन से डर कर उन्हें नजरबंद कर दी है. जाप नेता ने ऐलान करते हुए कहा कि नए आजादी की दूसरी लड़ाई एक बार फिर से बिहार से ही शुरू होगी.
ये भी पढ़ेंः 'नीतीश कुमार लापता', राजधानी के चौक-चौराहों पर लगे हैं पोस्टर
मजिस्ट्रेट ने नजरबंद से किया इनकार
वहीं, मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट एम एस खान ने बताया कि पप्पू यादव को नजरबंद नही किया गया है. उनके सुरक्षा में बीएमपी के जवान लगाये गए हैं. रूटीन कार्रवाई के लिए पप्पू यादव के घर पर पुलिस बल को लगाया गया है. बता दें कि पप्पू यादव के आवास पर तीन थाने की पुलिस मौजूद है. हालांकि पप्पू यादव के मुताबिक उनके घर पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने बताया कि डीएम के आदेश पर घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. छात्र परिषद जाप के प्रतिकार मार्च को रोकने की कोशिश की जा रही है. अब पप्पू यादव को अपने घर से बाहर निकलने के लिए भी जिला प्रशासन की इजाजत लेनी होगी.