पटना: राजधानी में अभी भी विभिन्न इलाकों में जलजमाव के हालात हैं. ऐसे में अब सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में केस भी दायर होने लगे हैं. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने पटना नगर निगम की तरफ से नाले की सफाई और राज्य सरकार की देखरेख में भारी गड़बड़ी बरतने को लेकर शुक्रवार को पटना हाईकोर्ट में पीआईएल दायर किया.
'नगर निगम में लगातार घोटाले हो रहे हैं'
केस दायर करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि 2012 और 2013 में एजी ने एक रिपोर्ट दी थी कि नगर निगम में लगातार घोटाले हो रहे हैं. इसमें छोटे अधिकारी से लेकर बड़े अधिकारी तक शामिल हैं. सरकार को इसके बारे में पता था. लेकिन फिर भी सरकार ने कुछ भी नहीं किया. पप्पू यादव ने कहा कि 26 साल पहले जो 764 करोड़ रुपए आए, जिसे 2030 तक खर्च करने थे. वह कैसे खर्च हो गए?
'सारा पैसा नेताओं के घर में गया है'
पप्पू यादव ने कहा कि सारा पैसा नेताओं के घर में गया है. पटना को स्मार्ट बनाने और नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर 23 हजार करोड़ रुपए खर्च करने थे. सरकार यह जवाब दे कि इन पैसों का क्या हुआ. राज्य सरकार ने बिना डीपीआर के ही टेंडर निजी कंपनियों को कैसे दे दिए. इसको लेकर भी उन्होंने सरकार पर सवाल खड़े किये हैं. जाप संरक्षक ने कहा कि पटना में जलजमाव को लेकर सरकार ने लोगों को मरने पर मजबूर कर दिया था और जिस तरह से लगातार पटना में डेंगू की बीमारी अपना पांव पसार रही है. इसको लेकर भी उन्होंने याचिका दायर की है.
'न्यायालय की देखरेख में मामले की हो जांच'
पप्पू यादव ने बताया कि याचिका पर माननीय न्यायाधीश ने उनकी बातें सुनी. जबकि सरकार की तरफ से जवाब टालमटोल करते हुए दिया गया है. 20 अधिवक्ताओं ने भी तीन मुद्दे को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि न्यायालय की देखरेख में मामले की जांच हो. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए.