पटनाः देश में इन दिनों राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा खूब चर्चा में (Politics On Pad Yatra In Bihar) है. बिहार में ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पद यात्रा निकाल रहे हैं. राहुल गांधी के बिना कांग्रेस बिहार में भारत जोड़ो यात्रा करेगी लेकिन बिहार में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एक दर्जन से अधिक यात्रा पिछले 17 सालों में कर चुके हैं और एक तरह से पूरे देश में यात्रा करने का रिकॉर्ड बनाया है. नीतीश कुमार अधिकांश यात्रा ठंड के मौसम में ही करते रहे हैं लेकिन इस बार यात्रा को लेकर कोई हलचल नहीं है. एक तरह से नीतीश कुमार ने इस बार यात्रा से दूरी बना ली है.
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17 सालों के शासन में 13 यात्राएं का रिकार्डः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 17 सालों के शासन में 13 यात्राएं की है. अधिकांश यात्राएं ठंड मौसम में ही मुख्यमंत्री ने निकाली है. चुनावी साल में जरूर अपनी यात्रा गर्मी के मौसम में करते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने सबसे अधिक 2009 में 3 यात्राएं निकाली थी. 2010 विधानसभा चुनाव में उसका असर भी दिखा. प्रचंड बहुमत के साथ फिर से नीतीश कुमार सरकार बनाने में कामयाब हुए. उसके बाद भी लगातार मुख्यमंत्री यात्रा करते रहे हैं. 2021 में भी मुख्यमंत्री ने दिसंबर में यात्रा की शुरुआत की थी. हालांकि कोरोना के कारण बीच में ही रोकना पड़ा. फिर फरवरी में यात्रा की शुरुआत की थी. मुख्यमंत्री की यात्रा को लेकर 2 से 3 महीना पहले तैयारी शुरू हो जाती है. लेकिन इस बार मुख्यमंत्री सचिवालय से जो जानकारी मिल रही है अभी तक यात्रा को लेकर कोई हलचल नहीं है.
"पद के लिए पदयात्राओं का कॉम्पिटीशन हो रहा है. ये पदयात्रा नहीं कुर्सी के लिए यात्रा हो रहा है. कांग्रेस नीतीश कुमार को औकात दिखाना चाह रही है. वो बिहार में पदयात्रा कर रही है और जो 17 साल पदयात्रा किया वो पद यात्रा करने के लायक ही नहीं है. नीतीश कुमार घंटे में तीन बार प्रधानमंत्री कैंडिडेट बनते हैं. अब उन्हें यात्रा करने की हिम्मत नहीं है."- अरविंद सिंह, बीजेपी, प्रवक्ता
प्रशांत किशोर के बाद बिहार में कांग्रेस की यात्राः वहीं बिहार में प्रशांत किशोर चंपारण से अपनी पद यात्रा की शुरुआत की है और पूरे बिहार की पद यात्रा कर रहे हैं जो बिहार में चर्चा में. वहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा देश में सबसे अधिक चर्चा में है. अभी पहले फेज की यात्रा चल रहा है. दूसरे फेज में बिहार में भी कांग्रेस की यात्रा होना है और उसकी तैयारी जोर शोर से चल रही है लेकिन नीतीश कुमार जो यात्रा का बिहार में रिकॉर्ड बना चुके हैं. इस बार यात्रा से दूरी बना ली है.
"जदयू नेताओं के लिए जवाब देते नहीं बन रहा है प्रवक्ता रणबीर नंदन का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा कांग्रेस का मामला है और मुख्यमंत्री को जब जरूरत होगी तो यात्रा करेंगे."- रणबीर नंदन, जदयू,प्रवक्ता
मुख्यमंत्री की अब तक की यात्राः
- 2005 में न्याय यात्रा
- 2009 में विकास यात्रा
- 2009 में धन्यवाद यात्रा
- 2009 में प्रवास यात्रा
- 2010 में विश्वास यात्रा
- 2011 सेवा यात्रा
- 2012 में अधिकार यात्रा
- 2014 में संकल्प यात्रा
- 2014 में संपर्क यात्रा
- 2016 में निश्चय यात्रा
- 2017 में विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा
- 2019 में जल जीवन हरियाली यात्रा
- 2022 समाज सुधार यात्रा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2009 में तीन यात्राएं की थी और 2014 में दो यात्रा 2009 में यात्राओं का असर 2010 में जबरदस्त रूप से मिला लेकिन 2014 में बीजेपी से अलग होने के बाद जो यात्रा की उन यात्राओं का कोई लाभ लोकसभा के चुनाव में नहीं मिला और पार्टी केवल 2 सीटों पर ही सिमट गई. सीएम नीतीश कुमार ने अपनी इन्हीं यात्रा के दौरान लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर बिहार में साइकिल योजना, पोशाक योजना, हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली-नली योजना, जीवन हरियाली सहित कई कार्यक्रम की शुरुआत की है.
नीतीश कुमार फिलहाल यात्रा के मूड में नहींः राहुल गांधी की भारत यात्रा को लेकर कई विपक्षी दलों का भी सपोर्ट है. ऐसे बिहार में जब कांग्रेस की यात्रा होगी तो देखना है. जदयू और आरजेडी के साथ महागठबंधन के अन्य सहयोगी इसमें शामिल होते हैं या नहीं. यात्रा को लेकर इन दिनों राहुल गांधी और प्रशांत किशोर की जरूर चर्चा हो रही हो लेकिन यात्रा का जिन्होंने रिकॉर्ड बनाया है नीतीश कुमार फिलहाल यात्रा को लेकर कोई तैयारी नहीं कर रहे हैं.
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