पटना: राजधानी पटना में 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस के दिन ही पूरे बिहार के नियोजित शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है. शिक्षकों के इस एकदिवसीय हड़ताल का विपक्ष ने समर्थन किया है. विपक्ष का कहना है कि सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है.
आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि आज शिक्षक दिवस है. जो शिक्षक विद्यार्थी को पढ़ाने लिखाने का काम करते हैं उन्हें समान काम के बदले समान वेतन देने से सरकार कतरा रही है. शिक्षकों की उन्नति से ही हमारे बच्चों का भविष्य, देश का भविष्य बनता है. सरकार को सोचना चाहिए कि शिक्षक दिवस के दिन भी शिक्षक क्यों विरोध कर रहे हैं. सरकार को इसपर गंभीरता से सोचना चाहिए.
शिक्षकों को साथ दुर्व्यवहार कर रही सरकार
विजय प्रकाश ने कहा कि सरकार का रवैया यह दर्शाता है कि वो शिक्षक और शिक्षा के प्रति कितना सजग हैं. मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षकों को सम्मानित करने पर उन्होंने कहा कि सरकार वैसे ही शिक्षकों को सम्मानित करेगी जो फर्जी डिग्री लेकर घूम रहे हैं. क्योंकि जो सही में शिक्षक हैं उनके साथ सरकार दुर्व्यवहार कर रही है.
शिक्षकों के हड़ताल का हम ने किया समर्थन
वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि शिक्षकों के साथ महागठबंधन कदम से कदम मिलाकर चल रहा है. जीतन राम मांझी जब बिहार के मुख्यमंत्री थे तो वो भी शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने का निर्णय लेने वाले थे, लेकिन सरकार बदल गई. विजय प्रकाश का कहना है कि सरकार समान काम के बदले समान वेतन न देकर शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है. शिक्षक अपनी लड़ाई जारी रखें, महागठबंधन उनके साथ है.
'समय आने पर मांग पूरा करेगी सरकार'
शिक्षकों का विधान परिषद में प्रतिनिधित्व कर रहे बीजेपी कोटे के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने कहा कि शिक्षक अपनी डिमांड कर रहे हैं और सरकार अपना काम कर रही है. शिक्षकों की हड़ताल पर नवल किशोर यादव ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि उनके कर्मचारी किसी तरह का स्ट्राइक करें. लेकिन वो अपनी मांग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के लिये उनके अभिभावक जैसी है और समय आने पर अभिभावक डिमांड पूरी करेंगे.