पटनाः शीतकालीन सत्र के दौरान विधान परिषद के मुख्य द्वार पर विपक्ष के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस और आरेजेडी के नेताओं ने निक्कमी सरकार शर्म करो और गोली, लाठी की सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाए. हंगामा करते हुए ये नेता कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर सदन के बाहर आ गए. इसके बाद विधान मंडल को 2:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
सरकार की नाकामी थी पटना में जलजमाव
शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी पार्टी के नेताओं ने जन वेदना यात्रा के दौरान हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और पटना में हुए जलजमाव के खिलाफ विरोध किया. सरकार का विरोध कर रहे आरजेडी नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि पटना में जल जमाव कोई प्राकृतिक आपदा नहीं थी, बल्कि यह सरकार की नाकामी थी.
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'पुलिस ने की बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज'
वहीं, कार्य स्थगन प्रस्ताव लाने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की जन वेदना यात्रा में पुलिस ने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज की. यह आकारण बल प्रयोग था. जो कहीं ना कहीं सरकार की आलोचना को रोकने के लिए किया गया था. इन्हीं सब मामले को लेकर आज सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गया है.