पटना: बिहार विधानसभा में बजट 2019-20 पर चर्चा हुई. चर्चा के बाद सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील मोदी ने जवाब दिया. सुशील मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सदन में मौजूद नहीं रहने पर कहा कि मैंने अपने 25 साल के राजनीतिक करियर में कभी ऐसा नहीं देखा कि बजट पर चर्चा हो रही हो और नेता प्रतिपक्ष सदन में मौजूद नहीं हों. सुशील मोदी के जवाब में आरजेडी, कांग्रेस और तमाम विपक्षी सदस्यों ने सदन का बहिष्कार किया.
आरजेडी ने आरोप लगाया कि गरीब सरकार की प्राथमिकता में नहीं है. वहीं जदयू ने कहा यदि नेता प्रतिपक्ष अपनी जिम्मेवारी नहीं निभा पा रहे हैं तो आरजेडी से ही किसी दूसरे को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेवारी दे देनी चाहिये. बजट पर चर्चा के दौरान वित्तमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि 2005 में बिहार का बजट 3000 करोड़ के आसपास था, लेकिन आज 2 लाख करोड़ से अधिक पहुंच गया है. मोदी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और सड़क पर बजट की जानकारी भी विधानसभा सदस्यों को दी. मोदी ने कहा कि 2005 से लेकर अब तक शिक्षा पर दो लाख करोड़ से अधिक खर्च किया जा चुका है तो वहीं सड़क निर्माण पर 13 लाख करोड़ खर्च किया गया है. वहीं उर्जा क्षेत्र में एक लाख करोड़ की राशि खर्च की गई है.
डिप्टी सीएम ने तेजस्वी पर कसा तंज
सुशील मोदी के जवाब से असंतुष्ट आरजेडी, कांग्रेस और माले के सदस्य पहले वेल में पहुंचे और फिर सदन से वाक आउट कर दिया. विपक्षी सदस्यों के सदन में मौजूद नहीं रहने पर सुशील मोदी ने तंज कसते हुये कहा कि मेरे 25 साल के राजनीतिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि सदन में बजट पर चर्चा चल रही हो और नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं हो. सुशील मोदी के तंज का आरजेडी के विधायक विजय प्रकाश ने जवाब दिया कहा कि सुशील मोदी सबसे खराब वित्त मंत्री हैं. अनर्गल बात करते हैं.
विपक्षी नेताओं ने किया बहिष्कार
वहीं जदयू के मंत्री मदन सैनी ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण समय में भी नेता प्रतिपक्ष सदन नहीं आ रहे हैं. अगर वे अपनी जिम्मेवारी नहीं निभा सकते हैं तो आरजेडी से ही किसी और को नेता प्रतिपक्ष बना दें. बीजेपी मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि आरजेडी नेता विहीन बिना मुद्दे के भटकाव की राजनीति कर रही है. कांग्रेस की ओर से विधायक अमित कुमार टुन्ना ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
अब्दुल बारी सिद्धकी ने सीएम पर साधा निशाना
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्धकी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता में गरीब और उनकी योजनाएं नहीं हैं. सरकार की प्राथमिकता विधानसभा का नया भवन बनाना है. विधायकों के लिए नया आवास बनाना है, बुद्धा पार्क बनाना और म्यूजियम बनाना है. सरकार की प्राथमिकता में स्वास्थ्य और शिक्षा नहीं है. यदि होता तो मुजफ्फरपुर की घटना नहीं होती. पूर्व वित्तमंत्री ने कहा यह डेंट पेंट वाली सरकार है जो अपना चेहरा चमका रही है. वहीं आरजेडी के ही रामानुज प्रसाद ने कहा कि बिहार में शिक्षा को बर्बाद करने वाले किसी मुख्यमंत्री को जाना जाएगा तो वह नीतीश कुमार होंगे.