पटनाः बिहार में डेंगू के मामले काफी बढ़े हुए हैं. पटना डेंगू का हॉटस्पॉट बना हुआ है. अब तक 3000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में अस्पतालों में डेंगू को लेकर क्या व्यवस्था है, इसका निरीक्षण को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भाजपा विधायक दल के प्रतिनिधिमंडल के साथ पीएमसीएच पहुंचे. इस दौरान पीएमसीएच में गंदगी देख भड़क गए और सरकार से खूब सवाल किए. मौके पर मौजूद श्रेयसी सिंह और तमाम विधायक ने सरकार को फेल बताया.
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मरीजों से हाल-चाल जाना: भाजपा विधायक दल के नेताओं ने पीएमसीएच के वार्ड का भ्रमण किया. डेंगू वार्ड से लेकर तमाम वार्डों में मरीजों से हाल-चाल जाना. वार्ड के अंदर काफी अधिक झोल और मकड़ा नजर आने के कारण तमाम भाजपा विधायक काफी नाराज दिखे. परिजनों ने भी अस्पताल में गंदगी और पीने के स्वच्छ पानी की किल्लत को लेकर शिकायत की. इस मौके पर अस्पताल के कुछ चिकित्सक जरूर नजर आए, अधीक्षक और प्रिंसिपल नदारद दिखे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मिशन 60 को फेल बताया.
"दवाई सुनवाई और कार्रवाई के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह फेल है. तेजस्वी यादव मिशन 60 का दंभ भर रहे हैं, लेकिन आलम यह है कि स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. एजेंसी अस्पताल में साफ-सफाई नहीं कर रही है. बेड उपलब्ध होते हुए भी मरीज का जमीन पर गंदगी में इलाज किया जा रहा है. मरीज के साथ में 3 दिन के बच्चे को जमीन पर सुला दिया गया है." -विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
'मरीजों के परिजन से दुर्व्यवहार' : नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अस्पताल में बिचौलियों का खेल चल रहा है. आधे से अधिक दवाइयां सरकारी दवा केंद्र पर नहीं मिलती हैं. बाहर से मरीज को दवा खरीदनी पर रही है. उन्होंने एक मरीज के परिजन को बुलाते हुए कहा कि इनके साथ जो हुआ वह काफी गलत है. इलाज कराने आए मोहम्मद नूरैन ने बताया कि 'वह समस्तीपुर से आया है. डॉक्टर ने पर्चा पर 12 दवाइ लिखा. दवा केंद्र पर सिर्फ पांच ही दवा मिली. जब डॉक्टर के पास पहुंचा तो डॉक्टर ने धक्का मुक्की की.' इसको लेकर विजय सिन्हा ने नाराजगी जाहिर की.
फर्श पर इलाजः इस दौरान भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह भी मौजूद रही. उन्होंंने कहा कि पीएमसीएच वार्ड के आंगन में ही बरसात का पानी जमा है. डेंगू वार्ड गंदगी का अंबार है. ऐसा लग रहा है कि साफ सफाई कई सालों से नहीं हुई है. एक महिला जिसकी 3 दिनों की बच्ची है, उसका इलाज गंदा फर्श पर किया जा रहा है. विधायक ने कहा कि जिले में भी अस्पतालों का हाल ठीक नहीं है.
"प्रदेश के किसी भी जिले में कोई बड़ी घटना होती है तो वहां से मेडिकल टीम मरीज को पीएमसीएच रेफर करती है. इतने बड़े अस्पताल की ऐसी दुर्दशा है और स्वास्थ्य मंत्री को इसे देखने तक की फुर्सत नहीं है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव स्वास्थ्य विभाग के अपने चैंबर से बाहर निकलकर पीएमसीएच देखने नहीं आते हैं. अस्पताल में गंदगी का अंबार लगा है." -श्रेयसी सिंह, जमुई विधायक