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कोरोना वैक्सीनेशन की उम्र सीमा खत्म करे सरकार, गांव में शिविर लगाकर सबको लगाया जाए टीका - बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन

विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने जो उम्र की सीमा निर्धारित की है उसे समाप्त किया जाए. लोगों को बचाना है तो गांव में शिविर लगाकर सबका टीकाकरण किया जाए.

विपक्ष की सरकार से मांग
विपक्ष की सरकार से मांग
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Published : Apr 2, 2021, 11:13 AM IST

पटना: देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगी है. यह दोबारा सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है. हालांकि, कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी चल रहा है और लोगों को टीका लगाया जा रहा है.

वहीं, गुरुवार से तीसरे चरण के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू हो गया है. 45 साल से ऊपर वाले लोगों को टीका लगना शुरू हो गया है. इन सब के बीच विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने जो उम्र की सीमा निर्धारित की है, उसे समाप्त किया जाए. लोगों को बचाना है तो गांवों में शिविर लगाकर सबका टीकाकरण किया जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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'जिस तरह जमीन का खारिज-दाखिल कराने के लिए गांव में सरकार शिविर लगाती है. उसी तरह कोरोना टीकाकरण का शिविर लगाया जाए. जब पूरे देश में संक्रमण अपना पांव पसार रहा है. तो निश्चित ही सरकार को लोगों को बचाने के लिए गांव-गांव में जाकर शिविर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए और उनकाे टीका लगाया जाए, तभी हम संक्रमण पर विजय पा सकते हैं.'- भाई वीरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता आरजेडी

लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
बिहार में जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वो काफी चिंताजनक है. क्योंकि पिछली बार जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी थी तो वे लोग ठीक भी हो गए थे.

बिहार कोरोना मुक्त स्थिति में पहुंच गया था. राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ना के बराबर थी, लेकिन कोरोना का दूसरा लहर जैसे ही शुरू हुआ. अन्य राज्यों में जिस तरह से मरीज बढ़े उसके अनुसार बिहार में भी संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. यह सरकार के लिए चिंता का विषय है.

हालांकि सरकार संक्रमित मरीजों की पहचान में लगी हुई है. कोरोना जांच की संख्या भी सरकार की ओर से बढ़ाई गई है. कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी चल रहा है. तीसरे चरण यानी 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को टीका लगना शुरू हो गया है. इधर, संक्रमितों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

ये भी पढ़ें- पटना जंक्शन पर हर रोज आते हैं हजारों यात्री, टेस्ट की संख्या बेहद कम

'सरकार ने जो फैसला लिया है कि अब से 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को कोरोना का टीका लगेगा, यह सही नहीं है. 40-35 और 30 वर्ष या फिर बच्चों को कोरोना का टीका क्यों नहीं लगेगा. क्या वे संक्रमित नहीं हो रहे हैं. जब संक्रमण फैल रहा है तो लोगों को बचाने के लिए सरकार को बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से करना होगा. गांवों में जाकर लोगों का टीकाकरण लगानी होगी. तभी लोगों को बचाया जा सकता है.'- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

विपक्ष की सरकार से मांग
संक्रमित मरीजों की संख्या को देख विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि सरकार लोगों को बचाने के लिए गांव में शिविर लगाकर सबको टीका लगाये. सरकार ने जो उम्र सीमा निर्धारित की है उसे समाप्त कर दिया जाए.

कांग्रेस नेता ने कहा है कि यदि सरकार एक अभियान के रूप में कार्य नहीं करेगी तो संक्रमण को रोकने का सारा प्रयास विफल हो जाएगा. इसलिए सरकार को राजनीति छोड़ लोगों को बचाने के लिए उम्र सीमा समाप्त कर टीकाकरण करना होगा.

पटना: देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगी है. यह दोबारा सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है. हालांकि, कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी चल रहा है और लोगों को टीका लगाया जा रहा है.

वहीं, गुरुवार से तीसरे चरण के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू हो गया है. 45 साल से ऊपर वाले लोगों को टीका लगना शुरू हो गया है. इन सब के बीच विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने जो उम्र की सीमा निर्धारित की है, उसे समाप्त किया जाए. लोगों को बचाना है तो गांवों में शिविर लगाकर सबका टीकाकरण किया जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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'जिस तरह जमीन का खारिज-दाखिल कराने के लिए गांव में सरकार शिविर लगाती है. उसी तरह कोरोना टीकाकरण का शिविर लगाया जाए. जब पूरे देश में संक्रमण अपना पांव पसार रहा है. तो निश्चित ही सरकार को लोगों को बचाने के लिए गांव-गांव में जाकर शिविर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए और उनकाे टीका लगाया जाए, तभी हम संक्रमण पर विजय पा सकते हैं.'- भाई वीरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता आरजेडी

लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
बिहार में जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वो काफी चिंताजनक है. क्योंकि पिछली बार जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी थी तो वे लोग ठीक भी हो गए थे.

बिहार कोरोना मुक्त स्थिति में पहुंच गया था. राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ना के बराबर थी, लेकिन कोरोना का दूसरा लहर जैसे ही शुरू हुआ. अन्य राज्यों में जिस तरह से मरीज बढ़े उसके अनुसार बिहार में भी संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. यह सरकार के लिए चिंता का विषय है.

हालांकि सरकार संक्रमित मरीजों की पहचान में लगी हुई है. कोरोना जांच की संख्या भी सरकार की ओर से बढ़ाई गई है. कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी चल रहा है. तीसरे चरण यानी 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को टीका लगना शुरू हो गया है. इधर, संक्रमितों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

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'सरकार ने जो फैसला लिया है कि अब से 45 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को कोरोना का टीका लगेगा, यह सही नहीं है. 40-35 और 30 वर्ष या फिर बच्चों को कोरोना का टीका क्यों नहीं लगेगा. क्या वे संक्रमित नहीं हो रहे हैं. जब संक्रमण फैल रहा है तो लोगों को बचाने के लिए सरकार को बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से करना होगा. गांवों में जाकर लोगों का टीकाकरण लगानी होगी. तभी लोगों को बचाया जा सकता है.'- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

विपक्ष की सरकार से मांग
संक्रमित मरीजों की संख्या को देख विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि सरकार लोगों को बचाने के लिए गांव में शिविर लगाकर सबको टीका लगाये. सरकार ने जो उम्र सीमा निर्धारित की है उसे समाप्त कर दिया जाए.

कांग्रेस नेता ने कहा है कि यदि सरकार एक अभियान के रूप में कार्य नहीं करेगी तो संक्रमण को रोकने का सारा प्रयास विफल हो जाएगा. इसलिए सरकार को राजनीति छोड़ लोगों को बचाने के लिए उम्र सीमा समाप्त कर टीकाकरण करना होगा.

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