पटना: बिहार में प्राकृतिक आपदाओं को लेकर सियासत जारी है. प्रदेश के 12 से अधिक जिले इनदिनों बाढ़ से जूझ रहे हैं तो वहीं, कुछ जिले सुखाड़ के चपेट में हैं. इसको लेकर आरजेडी ने मानसून सत्र के दौरान सरकार को घेरा था. लेकिन, मानसून सत्र के बाद भी आरजेडी ने अपना इरादा नहीं बदला है. विपक्ष लगातार इसको लेकर नीतीश सरकार को घेर रहा है.
'केंद्र से टीम भेजी जानी चाहिए थी'
आरजेडी नेता शिवचंद्र राम ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार राहत के नाम पर लोगों के साथ सिर्फ जुमलेबाजी कर रही है. शिवचंद्र राम ने बिहार सरकार के साथ केंद्र सरकार पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि बाढ़ जैसी भयावह स्थिति को देखते हुए केंद्र से एक भी टीम मॉनिटरिंग करने के लिए बिहार नहीं आई है. डबल इंजन की सरकार में भी लोग लाचार हैं. इस परिस्थिति में आरजेडी ने केंद्र से विशेष राहत पैकेज की मांग की है.
'सियासत कर रही सरकार'
वहीं, आरजेडी के वरिष्ठ नेता रामानुज प्रसाद में भी केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने बिहार में कई सभाएं की. लेकिन, बिहार में बाढ़ और चमकी बुखार से इतनी मौतें हो गई. लेकिन, प्रधानमंत्री मौन हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार सिर्फ सियासत करने का आरोप लगाया.
'सीएम खुद कर रहें हैं मॉनिटरिंग'
इन आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी के नेता ने कहा है कि केंद्र सरकार हर स्तर पर मुस्तैद है. प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक पीड़ितों को राहत पहुंचाने में जुटी हुई है. बीजेपी नेता निखिल आनंद ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाई जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार इन क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए हैं और अधिकारियों के साथ लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं.
'सुर्खियां बटोरना चाह रहे राजद नेता'
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि बाढ़ जैसी भयावह स्थिति को देखते हुए आरजेडी को राजनीति छोड़कर, लोगों तक मदद पहुंचाने की ओर ध्यान देना चाहिए. तेजस्वी यादव पर चुटकी लेते हुए निखिल आनंद ने कहा कि तेजस्वी यादव विलुप्त हैं. कहीं नजर नहीं आ रहे हैं इसलिए पार्टी के कुछ नेता बयानबाजी करके सुर्खियां बटोरना चाह रहे हैं.