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महज 3 दिनों को होगा विधानमंडल सत्र, सत्र को छोटा रखने पर विपक्ष ने CM नीतीश से पूछे ये सवाल

कोरोना संकट की वजह से नीतीश सरकार ने इस बार मानसून सत्र छोटा रखने का निर्णय लिया गया है. इस पर विपक्ष ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस नेता राजेश राठौड़ ने कहा कि सरकार विपक्ष के सवाल से भागना चाह रही है. इसी वजह से सत्र को छोट रखा जा रहा है. वहीं, जदयू ने विपक्ष के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है.

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Published : Jul 25, 2020, 5:53 PM IST

विधानमंडल सत्र
विधानमंडल सत्र

पटना: बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 3 से 6 अगस्त तक चलेगा. इस बार सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर सत्र छोटा रखने का निर्णय लिया है. इस पर विपक्ष ने सरकार से कई तीखे सवाल पूछे है. हालांकि, विपक्ष के हर सवाल का सत्ता पक्ष ने बखूबी से जवाब भी दिया है.

'सत्र को बढ़ाये नीतीश सरकार'
बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र को छोटा रखने पर महागठबंघन के घटक दलों में एक कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि सरकार सवाल से भागना चाह रही है. इस वजह से सत्र को छोटा रख रही है. उनहोंने कहा कि यदि सरकार को जनता की चिंता है, तो विपक्ष के हर सवाल का सरकार को सदन में उचित जवाब देना चाहिए. इसलिए कांग्रेस सरकार से सत्र को बढ़ाने की मांग करती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बहस करने से भाग रही सरकार'
कांग्रेस नेता यहीं नहीं रूके उन्होंने सरकार से सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर नीतीश कुमार कोरोना संकट के दौरान इस सत्र को क्यों बुलाना चाह रहे हैं. वे अगर सत्र चलाना ही चाहते हैं, तो सत्र को महज 3 दिनों का ही क्यों रखा गया है. उन्होंने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम नीतीश अपनी कमियों को छुपने के लिए यह सत्र को बुला रहे हैं. वे विधानमंडल में कोरोना और बाढ़ पर बहस करने से भाग रहे हैं. नीतीश कुमार को पता है कि इस बार विपक्ष जनता के हित से जुड़े कई सारे सवाल को पूछने वाला है. इस वजह से वे विपक्ष के सावल से बचने के लिए सत्र को छोटा रख रहे हैं.

राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता

'विपक्ष करे सहयोग'
विपक्ष के आरोप पर जवाब देते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि विपक्ष को सरकार के हर कदम पर सवाल उठाने की आदत सी हो गई है. इसी वजह से विधानमंडल सत्र को लेकर वे तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार ने सत्र को छोटा रखा है. इसलिए सत्र की गुणवत्ता बेहतर बनाये रखने के लिए विपक्ष अपना हर संभव सहयोग करे.

राजीव रंजन, जदयू  प्रवक्ता
राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता

उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिहार कोरोना और बाढ़ जैसी समस्या से जूझ रहा है. वर्तमान समय में हालात थोड़े असामान्य है. कई लंबित विधेयक हैं. उनको जनता के हित के लिए पास करवाना जरूरी है. इसलिए विपक्ष जनता के हित से जुड़े सभी सवाल पूछे, ये उनका हक है, तभी राज्य का विकास हो सकता है. हालांकि, सरकार विपक्ष के हर सवाल का बखूबी से जवाब देगी. इसके अलावे सरकार विपक्ष के अहम सुझावों पर भी अमल करेगी.

बापू सभागार में सत्र का होगा आयोजन
गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण बिहारभर में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू है. संक्रमण के फैलाव को देखते हुए इस बार सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर आयोजित होने वाले विधानमंडल के सत्र का आयोजन बापू सभागार में होगा. बता दें कि नीतीश सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह संभवतः आखिरी सत्र होगा. क्योंकि, अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा का चुनाव भी होना है.

पटना: बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 3 से 6 अगस्त तक चलेगा. इस बार सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर सत्र छोटा रखने का निर्णय लिया है. इस पर विपक्ष ने सरकार से कई तीखे सवाल पूछे है. हालांकि, विपक्ष के हर सवाल का सत्ता पक्ष ने बखूबी से जवाब भी दिया है.

'सत्र को बढ़ाये नीतीश सरकार'
बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र को छोटा रखने पर महागठबंघन के घटक दलों में एक कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि सरकार सवाल से भागना चाह रही है. इस वजह से सत्र को छोटा रख रही है. उनहोंने कहा कि यदि सरकार को जनता की चिंता है, तो विपक्ष के हर सवाल का सरकार को सदन में उचित जवाब देना चाहिए. इसलिए कांग्रेस सरकार से सत्र को बढ़ाने की मांग करती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बहस करने से भाग रही सरकार'
कांग्रेस नेता यहीं नहीं रूके उन्होंने सरकार से सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर नीतीश कुमार कोरोना संकट के दौरान इस सत्र को क्यों बुलाना चाह रहे हैं. वे अगर सत्र चलाना ही चाहते हैं, तो सत्र को महज 3 दिनों का ही क्यों रखा गया है. उन्होंने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम नीतीश अपनी कमियों को छुपने के लिए यह सत्र को बुला रहे हैं. वे विधानमंडल में कोरोना और बाढ़ पर बहस करने से भाग रहे हैं. नीतीश कुमार को पता है कि इस बार विपक्ष जनता के हित से जुड़े कई सारे सवाल को पूछने वाला है. इस वजह से वे विपक्ष के सावल से बचने के लिए सत्र को छोटा रख रहे हैं.

राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता

'विपक्ष करे सहयोग'
विपक्ष के आरोप पर जवाब देते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि विपक्ष को सरकार के हर कदम पर सवाल उठाने की आदत सी हो गई है. इसी वजह से विधानमंडल सत्र को लेकर वे तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार ने सत्र को छोटा रखा है. इसलिए सत्र की गुणवत्ता बेहतर बनाये रखने के लिए विपक्ष अपना हर संभव सहयोग करे.

राजीव रंजन, जदयू  प्रवक्ता
राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता

उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिहार कोरोना और बाढ़ जैसी समस्या से जूझ रहा है. वर्तमान समय में हालात थोड़े असामान्य है. कई लंबित विधेयक हैं. उनको जनता के हित के लिए पास करवाना जरूरी है. इसलिए विपक्ष जनता के हित से जुड़े सभी सवाल पूछे, ये उनका हक है, तभी राज्य का विकास हो सकता है. हालांकि, सरकार विपक्ष के हर सवाल का बखूबी से जवाब देगी. इसके अलावे सरकार विपक्ष के अहम सुझावों पर भी अमल करेगी.

बापू सभागार में सत्र का होगा आयोजन
गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण बिहारभर में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू है. संक्रमण के फैलाव को देखते हुए इस बार सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर आयोजित होने वाले विधानमंडल के सत्र का आयोजन बापू सभागार में होगा. बता दें कि नीतीश सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह संभवतः आखिरी सत्र होगा. क्योंकि, अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा का चुनाव भी होना है.

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