पटना: बिहार विधानसभा में बाढ़ को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया. बता दें कि राज्य में 26 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में बाढ़ की स्थिति को लेकर सरकार की ओर से जवाब दिया. लेकिन मुख्यमंत्री के जवाब पर विपक्ष संतुष्ट नहीं दिखा.
भाकपा माले ने सरकार पर लगाया आरोप
भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि राज्य में 26 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी सिर्फ हवाई दौरा कर रहे हैं. धरातल पर राहत कार्य नहीं चल रहा है. बाढ़ पीड़ितों को सरकार ने सहायता से वंचित रखा है. मुख्यमंत्री ने सदन को गुमराह किया है.
कांग्रेस ने सरकार के प्रयासों की सराहना की
इधर, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने सरकार के प्रयासों की सराहना की है. सदानंद सिंह ने कहा है कि सरकार ने कम समय में जो भी प्रयास किया है वह पर्याप्त है. तुरंत सब कुछ ठीक नहीं किया जा सकता. यदि कोई ऐसा सोचता है तो ये गलत है.
'सीएम के जवाब से सभी संतुष्ट'
पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण विभाग के मंत्री विनोद कुमार सिंह ने भी सरकार की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए सीएम ने हवाई सर्वेक्षण कर जवाब देने का काम किया है. हम सभी सीएम के जवाब से संतुष्ट हैं. सरकार पूर्णरूप से बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रही है.
'बाढ़ पीड़ितों को दी जा रही मदद'
शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में विस्तार से स्थिति को रखा है. जब मुख्यमंत्री का भाषण चला तो सभी विपक्षी दल शांत होकर उन्हें सुन रहे थे. बाढ़ पीड़ितों को सरकार हरसंभव मदद दे रही है. हमें उम्मीद है कि बाढ़ राहत में कोई कमी नहीं आएगी.
नीतीश कुमार ने सदन में रखा पक्ष
बता दें कि प्रदेश में आई प्रलयकारी बाढ़ पर सीएम नीतीश ने सदन में सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बचाव और राहत कार्य तेज करने के लिए 125 बोट को लगाया गया है और 900 से अधिक की संख्या में मानव बल लगे हुए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 26 टुकड़ियों को तैनात किया गया है. 199 राहत शिविरों में 1लाख से ज्यादा शरणार्थी मौजूद है. 350 सामुदायिक किचन भी बनाए गए हैं.