पटना: कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर बिहार में हाहाकर मचा हुआ है. प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, साल के अंत तक बिहार विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में चुनाव आयोग ने शुक्रवार को सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर कोविड-19 के दौरान होने वाले आगामी चुनाव को लेकर सुझाव मांगे हैं.
चुनाव आयोग की इस पहल के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. सभी दलों की 'अपनी डफली, अपना राग' है. जहां एक तरफ राजग ने सोशल डिस्टेंसिंग पालन करते हुए तय समय सीमा पर चुनाव कराने की बात कही, वहीं महागठबंधन के नेताओं ने फिलहाल चुनाव को टालने की मांग की है.
तय समय पर चुनाव कराने का पक्षधर जदयू
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने तय समय पर ही बिहार विधानसभा का चुनाव कराने का समर्थन किया है. उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा चुनाव टालने की मांग को सिरे से खारिज कर दिया. जदयू नेता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव को असामान्य परिस्थितियों के रूप में इसे देखा जाना चाहिए. बिहार का चुनाव इस संक्रमण काल के बीच देश का पहला चुनाव होगा. चुनाव के तौर तरीके को लेकर जदयू सभी पहलुओं पर विचार करके चुनाव आयोग के समक्ष अपनी राय रखेगी.
'चुनाव आयोग के हर फैसले का सम्मान करेगी बीजेपी'
इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि भाजपा बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर जो भी फैसला करेगी, पार्टी उसका दिल खोलकर स्वागत करेगी. चुनाव आयोग ने प्रदेश के विभिन्न राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे हैं. बीजेपी जल्द ही अपना राय चुनाव आयोग को सौंपेगी. चुनाव आयोग जो भी निर्णय लेगा, हम उसका सम्मान करेगें. हलांकि, उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के हिसाब से तय समय सीमा पर चुनाव हो जाने चाहिए.
संक्रमण के खतरे के देखते हुए टाला जाए चुनाव- तेजस्वी
वहीं, इस मामले पर महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि संक्रमण के इस दौर में चुनाव की ट्रेनिंग के दौरान ही कई शिक्षक संक्रमित होकर काल के गाल में समा चुके हैं. प्रतिदिन हजारों संक्रमित की पुष्टि हो रही है. खतरे को जानते हुए भी जनता पर जबरदस्ती चुनाव को नहीं थोपा जा सकता है. राजद यह चाहती है कि स्थिति सामान्य होने तक चुनाव को कुछ समय के लिए टाल दिया जाए.
चुनाव के लिए यह समय ठीक नहीं- कांग्रेस
आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह समय चुनाव के लिए ठीक नहीं है. चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से राय मांगा है. चुनाव से पहले यह सुनिश्चित कर लिया जाए की मतदाता, चुनाव कर्मी और सुरक्षाकर्मी कैसे सुरक्षित रहे. सभी व्यवस्था को सुनिश्चित करने के बाद चुनाव आयोग आगामी चुनाव के बारे में निर्णय करे. लोगों को संक्रमण के भट्ठी में झोंककर चुनाव करना ठीक नहीं है. मतदाताओं की जान बचाना भी चुनाव आयोग का हि दायित्व है.
चुनाव आयोग ने मांगा था सुझाव
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कोरोना काल में चुनाव कराए जाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों से राय मांगे हैं. आयोग ने राजनीतिक दलों को 31 जुलाई 2020 तक अपनी राय और सुझाव भेजने के लिये कहा है. बता दें कि आयोग समय-समय पर चुनाव प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक दलों से सुझाव मांगता रहता है.