पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar liquor ban) का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ एंटी लिकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन के तहत एक माह में 1.59 लाख लीटर देशी-विदेशी शराब बरामद की गई. इस क्रम में सबसे अधिक शराब कैमूर जिले में 14,715 लीटर बरामद की गई. पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, एंटी लिकर टॉस्क फोर्स (Anti Liquor Task Force) ने अप्रैल महीने में बड़े पैमाने पर शराब बरामद की और इस धंधे में लगे लोगों को गिरफ्तार किया.
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पुलिस को 'ऑपरेशन प्रहार' से मिली बड़ी कामयाबी: शराब के धंधे पर लगाम लगाने के लिए एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. एएलटीएफ द्वारा अप्रैल में एक लाख 59 हजार 324 लीटर देसी-विदेशी शराब बरामद की गई. वहीं 1877 शराब की भट्ठियां ध्वस्त हुई. आंकड़ों के मुताबिक, शराबबंदी कानून के उल्लंघन को लेकर 4490 लोगों को इस दौरान गिरफ्तार किया गया. इसमें सबसे ज्यादा कैमूर जिले में 14,715 लीटर जबकि सारण में 13,397 लीटर तथा मधुबनी में 12,659 लीटर शराब बरामद की गई.
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क्या है 'ऑपरेशन प्रहार'- बता दें कि गंभीर आपराधिक घटनाओं में शामिल अभियुक्तों के साथ शराबबंदी कानून का उल्लंघन करनेवालों की गिरफ्तारी के लिए 'ऑपरेशन प्रहार' चलाया जा रहा है. इसके तहत पुलिस ने अप्रैल में कुल 8,859 गिरफ्तारी (Operation Prahar For Arresting Criminals In Bihar) की है. इसमें बड़ी संख्या में ऐसे अभियुक्त है, जिनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, पुलिस पर हमले और दूसरे संगीन मामले दर्ज हैं.
जिलास्तर पर 67 वज्र टीम का गठन : पुलिस मुख्यालय के आदेश पर गंभीर आपराधिक घटनाओं में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिलास्तर पर 67 वज्र टीम का गठन किया गया है. इस दौरान अप्रैल में हत्या के मामले में 378, पुलिस पर हमले से जुड़ी घटनाओं में 190, हत्या के प्रयास के दर्ज मामलों में 1056 जबकि एससी-एसटी एक्ट के तहत 282 आरोपियों की गिरफ्तारी शामिल है. इस दौरान 177 हथियार और 906 गोलियां भी बरामद की गई.
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