पटनाः कृषि विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बिहार लौटे मजदूरों को कृषि कार्य के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है. जिसके अंतर्गत प्रखंड स्तर में कार्य कर रहे तकनीकी सहायक और तकनीकी कृषि प्रबंधकों के बीच पिको प्रोजेक्टर और हैंड हेल्ड डिवाइस वितरित किया गया. इस डिवाइस के जरिये वो पंचायत स्तर तक किसानों और बेरोजगारों को ऑनलाइन प्रशिक्षित करेंगे.
मजदूरों को कृषि कार्य के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि हम चाहते है कि बिहार के लोग कृषि के नए तकनीकी को सीखे और इसे अपनाकर कृषि के उत्पादन को बढ़ाये. निश्चित तौर पर हमारा उद्देश्य है कि बेरोजगार और प्रवासी मजदूर जो बिहार आये है, वो भी कृषि कार्य का प्रशिक्षण लें. जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा.
प्रवासी मजदूरों को दिया जाएगा कृषि कार्य का प्रशिक्षण
वहीं, बांटे गए डिवाइस को लॉकर आत्मा के पश्चिमी चंपारण के निदेशक रणविजय सिंह ने कहा कि ये डिवाइस कृषि सहायकों और किसानों को कृषि कार्य की बारीकियां सिखाने में काफी मदद करेगी. लॉक डाउन के दौरान विभाग ने ऐसा इसलिए किया है कि किसानों को ऑनलाइन सभी जानकारी मिलते रहे. निश्चित तौर पर बिहार के कृषि मंत्री इस तकनीकी का मदद लेकर फसल के पैदावार को बढ़ाना चाहते है और ज्यादा से ज्यादा लोग कृषि कार्य कर अपने आजीविका को चलाएं. इसको लेकर लोगों को प्रेरित करने का भी काम कर रहे हैं.