पटना : बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में घर बैठकर सैलरी उठा रहे गुरुजी पर बड़ी कार्रवाई हुई है. सोमवार को 1096 ऐसे टीचर अनुपस्थित पाए गए जो बिना किसी सूचना के अपने कार्यालय में नहीं थे. इस कार्रवाई से बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में हड़कंप मच गया है. सबसे ज्यादा शिक्षक बाबा साहब भीम राव अंबेडकर यूनिवर्सिटी मुजफ्फरपुर में गैरहाजिर मिले. यहां पर कुल 630 कर्मी ऐसे थो जो बिना किसी सूचना के नदारद थे.
ये भी पढ़ें- Patna News: BSEIDC के पदाधिकारियों और कर्मियों पर गिरी गाज, केके पाठक ने दिए वेतन कटौती के आदेश
गैरहाजिर 1096 शिक्षक कर्मियों का कटा वेतन : विभागीय जानकारी के अनुसार इसके अलावा मुंगेर विश्वविद्यालय में 12, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी में 77, वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में 93, मगध यूनिवर्सिटी में 12, बीएन मंडल यूनिवर्सिटी में 190, पटना यूनिवर्सिटी में 5, पूर्णिया यूनिवर्सिटी में 9 और ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में 68 कर्मी अनुपस्थित पाए गए. जबकि, जेपी यूनिवर्सिटी, एकेयू, केएसडीएसयू और मौलाना मजहरुल हक यूनिवर्सिटी में शून्य अनुपस्थिति पाई गई.
नई व्यवस्था के तहत कार्रवाई : ज्ञात हो कि शिक्षा विभाग के नए अपर मुख्य सचिव के आने के बाद राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कर्मी की हाजिरी प्रतिदिन ली जा रही है. हाजिरी प्रत्येक दिन 3:00 बजे शाम तक ईमेल के द्वारा भेजी जाती है. शिक्षा विभाग का यह पहले से ही निर्देश है कि, बगैर किसी सूचना के गैरहाजिर पाए जाने वाले शिक्षक कर्मियों के उस दिन के वेतन स्थगित रखे जाएं.
छुट्टी के लिए अप्लिकेशन देना जरूरी : इस तरह की कार्रवाई किए जाने के बाद पूरे विश्वविद्यालय के कर्मचारी सहमे हुए हैं. इसका असर भी अब देखने को मिलेगा. इस व्यवस्था के तहत अब सभी कर्मियों को स्कूल/कॉलेज/विश्वविद्यालय नहीं आने पर पहले से ही सूचना देनी जरूरी होगी. नहीं तो ऐसे ही उनके एक दिन के वेतन में कटौती होगी.