ETV Bharat / state

Gopalganj Byelection 2022: आज से बिहार की दो विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू - उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया

बिहार विधानसभा उपचुनाव (bihar vidhan sabha by elections) को लेकर आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. हालांकि, अब तक किसी पार्टी ने गोपालगंज उपचुनाव के लिए प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. गोपालगंज लालू यादव का गृह जिला है और अभी प्रदेश में महागठबंधन की सरकार भी है. इस सीट पर बीजेपी की भी नजर है. ऐसे में सवाल ये है कि क्या गोपालगंज में RJD बचा पाएगा गढ़ या BJP को मिलेगी जीत?. पढ़ें पूरी कबर

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Oct 7, 2022, 10:54 AM IST

गोपालगंज: बिहार की दो विधानसभा सीटों मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव (Gopalganj Byelection 2022) की तारीखों की घोषणा हो गई है. आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 6 तारीख को नतीजे आएंगे. इस उपचुनाव के लिए बीजेपी और महागठबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है. मौजूदा समीकरणों के आधार पर देखे तो गोपालगंज में बीजेपी की स्थिति मजबूत बनी हुई है. गोपालगंज बीजेपी की परंपरागत सीट रही है.

पढ़ें- 'सिद्धांत विहीन राजनीति करनेवालों को जनता सबक सिखाएगी', विजय सिन्हा का उपचुनाव को लेकर बयान

नीतीश कुमार के बीजेपी का साथ छोड़कर तेजस्वी यादव से हाथ मिलाने के बाद यह पहला चुनाव है, जिसे काफी रोचक होने की उम्मीद है. बीजेपी नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. सुभाष सिंह यहां से लगातार चार बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी इस चुनाव में सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतार सकती है. पार्टी को सहानुभूति लहर का फायदा मिलने की भी उम्मीद है. वहींङ्क दूसरी ओर महागठबंधन को बीजेपी के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी.

कहा जा रहा है कि राजद महागठबंधन की ओर से अपना उम्मीदवार उतार सकता है. हालांकि कांग्रेस भी यहां से अपना दावा पेश कर सकती है. वैसे, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी यहां से अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुकी है. वैसे, तय माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला राजद और बीजेपी के बीच ही होगी. इस चुनाव परिणाम का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन इस चुनाव में महागठबंधन और बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे.

एक तरफ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव उपचुनाव को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाकर सरकार को मजबूत करने की कोशिश करेंगे, वहीं आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपने दम पर बिहार जीतने को लेकर चल रही बीजेपी के लिए भी यह उपचुनाव अहम माना जा रहा है.

बीजेपी यह चुनाव जीतकर यह साबित करने की कोशिश करेगी कि बीजेपी किसी गठबंधन की मोहताज नहीं है. गोपालगंज विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को मतदान होंगे जबकि 6 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और उसी दिन नतीजे आएंगे. उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 7 अक्टूबर यानी आज से शुरू हो जाएगी. नामांकन वापसी की तारीख 17 अक्टूबर है.

गोपालगंज: बिहार की दो विधानसभा सीटों मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव (Gopalganj Byelection 2022) की तारीखों की घोषणा हो गई है. आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 6 तारीख को नतीजे आएंगे. इस उपचुनाव के लिए बीजेपी और महागठबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है. मौजूदा समीकरणों के आधार पर देखे तो गोपालगंज में बीजेपी की स्थिति मजबूत बनी हुई है. गोपालगंज बीजेपी की परंपरागत सीट रही है.

पढ़ें- 'सिद्धांत विहीन राजनीति करनेवालों को जनता सबक सिखाएगी', विजय सिन्हा का उपचुनाव को लेकर बयान

नीतीश कुमार के बीजेपी का साथ छोड़कर तेजस्वी यादव से हाथ मिलाने के बाद यह पहला चुनाव है, जिसे काफी रोचक होने की उम्मीद है. बीजेपी नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. सुभाष सिंह यहां से लगातार चार बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी इस चुनाव में सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतार सकती है. पार्टी को सहानुभूति लहर का फायदा मिलने की भी उम्मीद है. वहींङ्क दूसरी ओर महागठबंधन को बीजेपी के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी.

कहा जा रहा है कि राजद महागठबंधन की ओर से अपना उम्मीदवार उतार सकता है. हालांकि कांग्रेस भी यहां से अपना दावा पेश कर सकती है. वैसे, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी यहां से अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुकी है. वैसे, तय माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला राजद और बीजेपी के बीच ही होगी. इस चुनाव परिणाम का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन इस चुनाव में महागठबंधन और बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे.

एक तरफ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव उपचुनाव को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाकर सरकार को मजबूत करने की कोशिश करेंगे, वहीं आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपने दम पर बिहार जीतने को लेकर चल रही बीजेपी के लिए भी यह उपचुनाव अहम माना जा रहा है.

बीजेपी यह चुनाव जीतकर यह साबित करने की कोशिश करेगी कि बीजेपी किसी गठबंधन की मोहताज नहीं है. गोपालगंज विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को मतदान होंगे जबकि 6 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और उसी दिन नतीजे आएंगे. उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 7 अक्टूबर यानी आज से शुरू हो जाएगी. नामांकन वापसी की तारीख 17 अक्टूबर है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.