पटनाः बिहार की राजधानी पटना (Patna) में 2019 में हुए जलजमाव (Water Logging) को भला कौन पटनावासी भूल सकता है. राजधानी में तीन दिनों की बारिश के कारण हुए जलजमाव में लोग फंसे थे. सरकार और सरकारी तैयारियों की तब खूब किरकिरी हुई था. उसके बाद से ही बिहार सरकार (Bihar Government) ने पटना में जलजमाव को लेकर सख्त कदम उठाने की बात कही था.
इस साल बिहार में मानसून (Mansoon in Bihar) का आगमन हो गया है और ऐसे में जलजमाव का खतरा एक बार फिर से मंडरा रहा है. लेकिन सरकार का दावा है कि सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
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क्या-क्या हुई है तैयारी?
राजधानी पटना में जलजमाव की स्थिति ना बने इसको लेकर नगर विकास विभाग के आदेश पर नगर निगम ने पूरी तैयारी कर ली है. पटना के सभी 9 बड़ें नालों की सफाई का काम पूरा हो चुका है.
वहीं सभी संप हाउस की मरम्मती का कार्य भी हो चुका है. पटना में अगर इस बार जलजमाव होता है तो पानी निकालने के लिए नगर निगम ने कई गाड़ियों की व्यवस्था भी की है. वहीं बुडको ने सभी संप उस पर एक्स्ट्रा पंप लगवाए हैं, ताकि अधिक बारिश होने पर एक्स्ट्रा पंप से भी पानी निकाला जा सके.
जांच में दिखा व्यापक तैयारी का नजारा
सरकार, पटना नगर निगम और बुडको के इन दावों का रियलिटी चेक (Reality Check) ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने किया है. पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के दावे की जांच करने ईटीवी भारत के संवादाता ने पटना के कई संप हाउस का जायजा लिया. यहां हमने पाया कि नगर विकास विभाग के आदेश पर नगर निगम और बुडको ने इस बार जलजमाव की समस्या से निपटने को लेकर व्यापक तौर पर तैयारी की है.
नगर निगम ने जहां नालों की सफाई पूरी की है. नगर निगम ने शहर के सभी 9 बड़े नालों की सफाई का काम पूरा करालिया है. वहीं बुडको ने नालों के पानी को सम्प हाउस के जरिए नदियों में निकालने की पूरी तैयारी कर रखी है. इसके लिए बुडको द्वारा संचालित 42 संप हाउस में मरम्मती का काम पूरा कर लिया गया है.
3 घंटों के अंदर जल निकासी हो सकेगी
बिहार में अगर 2019 की तरह ही बारिश हुई और जलजमाव हुआ तो इससे जल्द ही निजात मिल जाएगी. नगर निगम ने जैसी तैयारी कर रखी है उसके अनुसार जलजमाव की समस्या होने पर महज तीन घंटे में शहर से जल की निकासी कर ली जाएगी.
इसके लिए सरकार के आदेश पर सभी संप पर एक्स्ट्रा पंप लगाए गए है. जो अधिक बारिश होने पर पानी निकालने में मदद करेंगे. इन पंपों के माध्यम से पानी को निकाला जा सकेगा. हमने एक्स्ट्रा पंप वाली बात को लेकर भी सच जानने की कोशिश की. इसके लिए हमारी टीम ने योगीपुर संप हाउस (Yogipur Sump House) का जायजा लिया. जहां हमने पाया कि 560 हॉर्स पॉवर के हाई क्वालिटी वाले पंप यहां लगाए गए हैं.
एक्स्ट्रा पंप के माध्यम से निकाला जाएगा पानी
पंप चालक अनुज कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि यदि अधिक बारिश हुई तो इन एक्स्ट्रा पंप के माध्यम से पानी को निकाला जाएगा. योगीपुर संप के जरिए पटना जंक्शन, करबिगहिया, कंकड़बाग, बाईपास और आसपास के अन्य इलाकों से पानी निकालने का काम होगा.
"यहां पहले से तीन पंप लगाए गए थे. लेकिन 2019 में जिस तरह से इन इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी थी उसे देखते हुए और दोबारा वैसी स्थिति ना हो इसके लिए सरकार ने यहां एक्स्ट्रा पंप लगवाया है. पंप को संचालित करने के लिए बिजली और जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है."
बिजली आपूर्ति बहाल रहे इसके लिए विभाग के तरफ से एक कर्मी को भी तैनात किया गया है. तैनात बिजली विभाग के कर्मी रितेश मुखर्जी कहना है कि इस बार बिजली बाधित नहीं होगी. यदि पावर कट होता भी है तो जनरेटर की व्यवस्था है ताकि 24 घंटे बारिश होने पर भी पंप चलता रहे.
सैदपुर संप हाउस में भी व्यवस्था टाइट
योगीपुर संप हाउस का जायजा लेने के बाद ईटीवी भारत की टीम ने सैदपुर संप हाउस का भी जायजा लिया. यहां भी हमने पाया कि 3 एक्स्ट्रा पंप लगाए गए हैं. सैदपुर इलाके को भी 2019 में भारी जलजमाव का सामना करना पड़ा था.
इस इलाके में 10 से ज्यादा दिनों तक पानी जमा रहा था. लेकिन दोबारा इन इलाकों में जलजमाव की स्थिति ना हो, इसके लिए सैदपुर संप हाउस को तैयार कर लिया गया है.
संप चालक दिगंबर प्रसाद बताते हैं कि इस संप हाउस पर तीन एक्स्ट्रा पंप लगाए गए हैं. जिसकी क्षमता 360 एचपी हैं. अधिक बारिश होने पर इन पंपों के माध्यम से पानी को निकाला जा सकेगा.
कई अन्य जगहों पर भी की गई है तैयारी
जलजमाव की समस्या से निपटने को लेकर सरकार की ओर से कांग्रेस मैदान में भी संप हाउस का निर्माण करवाया गया हैं. इससे बुध मूर्ति और अगमकुंआ के इलाके में जलजमाव की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी. वहीं पाटलिपुत्र इलाके के जलजमाव होने पर दीघा संप हाउस के जरिए निकालने की व्यवस्था की गई है.
नगर निगम है तैयार
बताते चलें कि राजधानी पटना में नगर विकास विभाग ने कुल 39 संप हाउस का निर्माण करवाया था. जिसके माध्यम से शहर में जलजमाव की स्थिति में पानी निकाला जाता है. 2019 में हुई 3 दिनों की बारिश ने पटना को डूबो गिया. उसकी एक बड़ी वजह यह रही कि राजधानी के कई संप हाउस काम नहीं कर रहे थे. ऐसे में तब सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.
उसके बाद फिर शहर में जलजमाव की स्थिति न बने इसके लिए सरकार के आदेश पर हर साल शहर के नालों की सफाई कराई जा रही है. सभी संप हाउस में लगे पंपों की मरम्मती का काम भी हुआ है. साथ ही अधिकतर संप हाउस में एक्स्ट्रा पंप भी लगाए गए हैं. ताकि अधिक बारिश होने पर जल निकासी का काम तेजी से हो सके.
असल रियलिटी चेक तो अभी बाकी है
हमारे रियलिटी चेक में तो यह बात सच साबित हुई है कि इस बार जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए सरकार के आदेश पर नगर निगम और बुडको ने सारी तैयारियां पुरी कर ली हैं. लेकिन इन तैयारियों का असल रियलिटी चेक तो तब होगा जब राजधानी में होने वाली मानसूनी बारिश में शहर के लोगों को जलजमाव से दो चार नहीं होना पड़े. इस रिटलिटी चेक में अभी थोड़ा वक्त हैं.