पटनाः लोहिया स्वच्छता अभियान (Lohia Swachchhata Abhiyan) के तहत खुले में शौच से गांवों को मुक्त करने के दावे पटना के धनरूआ में फेल साबित हो रहे हैं. धनरूआ प्रखंड मुख्यालय का दरियापुर गांव इस अभियान को आइना दिखा रहा है. इस गांव के करीब डेढ़ सौ महादलित परिवार खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में एक भी घर में शौचालय नहीं है.
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लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत गांवों को खुले में शौच मुक्त करने के लिए कर युद्ध स्तर पर अभियान तो चलाया गया. पूरे बिहार को सरकार ने ओडीएफ भी घोषित भी कर दिया है. बावजूद इसके सूबे में अभी भी कई ऐसे गांव हैं जहां ग्रामीणों के घर में शौचालय नहीं हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि बाहर में शौच जाना उनकी मजबूरी है. ऐसा नहीं है कि हम अपने घरों में शौचालय बनवाना नहीं चाहते हैं. गांव की महिलाएं और पुरूष प्रखंड मुख्यालय जाकर कई बार शौचालय बनवाने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हो पाई है.
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इस पूरे मामले पर धनरूआ प्रखंड के प्रखंड शौचालय समन्वयक रितेश कुमार ने बताया कि दरियापुर मुसहरी में जमीन की समस्या है. इसी समस्या को लेकर शौचालय बनाने की प्रक्रिया में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके लोगों की सुविधा के लिए सामूहिक शौचालय बनाने की प्रक्रिया की जा रही है.