पटना: राजधानी पटना के सभी सब्जी मंडियों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का कुछ और ही मतलब समझ बैठे हैं. यहां सब्जी बेचने वालों से लेकर ग्राहक सभी कोरोना के भयावह परिणाम से अंजान हैं. अगमकुआं और गुलजारबाग में सोशल डिस्टेंसिंग की दिन-रात धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और पुलिस-प्रशासन भी आंखों पर पट्टी बांधे हुए है.
पटना के अधिकांश बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का कोई मतलब नहीं है. सरेआम इसका उल्लंघन किया जा रहा है, जबकि प्रशासन की तरफ से बाजारों में बांस की बैरिकेडिंग कराई गई है. सब्जी बेचने वालों से लेकर खरीदने वालों तक को मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा है, लेकिन कोई इसका पालन नहीं कर रहा.
पुलिसकर्मी बता रहा अपनी बेबसी
पटना के सब्जी मंडियों की इन तस्वीरों के लिये आम जनता के साथ-साथ कहीं न कहीं पुलिस भी जिम्मेदार है. हर रोज इस तरह की तस्वीरें मीडिया के माध्यम से सामने आ रही हैं लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासन इस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहा. हालांकि यहां पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. लेकिन बावजूद इसके कोई फर्क नहीं पड़ रहा. पुलिसकर्मी भी अपनी बेबसी बताते हुये कह रहा है कि कितना भी समझाने पर लोग नहीं मान रहे.