पटना: छह दिन पूर्व उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में आई आपदा में पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के निशरपुरा निवासी इंजीनियर मनीष कुमार लापता हो गये थे. उनके सकुशल वापसी के लिए उनके परिवार के साथ-साथ ग्रामीण भी उनकी सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं. वहीं, चिंतित परिजन ने बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार से सहयोग की गुहार लगायी है.
उत्तराखंड सरकार के खिलाफ आक्रोश
जैसे-जैसे समय बीत रहा है, वैसे परिवार लोगों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है. वहीं, जिस जगह मनीष कुमार काम कर रहे थे उस घटनास्थल से मलवा ना हटाने को लेकर भी लोगों में उत्तराखंड सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश दिख रहा है. चार दिन बीतने के बाद भी अब तक मनीष के परिजनों को कोई सही सूचना ना मिलने के कारण उनके परिवार का सब्र का बांध भी टूटता दिख रहा है.
'सरकार के पास सभी तरह के उपकरण मौजूद है. 14 लाख सेना भी सरकार के पास है, लेकिन जिस तरह से केंद्र और उत्तराखंड की सरकार काम कर रही है, इससे लोगों में उनके प्रति काफी गुस्सा बढ़ रहा है. यहां बिहार सरकार को इन सब बातों से कोई मतलब नहीं है. केवल मंत्री विस्तार में लोग लगे हुए हैं. बिहार के कई लोग उस घटना में लापता हैं लेकिन अब तक मुख्यमंत्री अपनी तरफ से कोई पहल करते नहीं दिखे हैं. अगर किसी नेता का बेटा घटना में लापता हो जाता है तो पूरे देश की सेना और यहां तक कि पूरा प्रशासन ढूंढने में जुट जाता'. - जितेंद्र कुमार, मनीष के चाचा
'सरकार को चाहिए कि इस घटना में और सेना की टुकड़ी को लगाना चाहिए ताकि और जो भी टनल में लोग फंसे हैं उसे जल्द से जल्द निकाला जाए लेकिन केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार चुनाव और मंत्रिमंडल विस्तार में लगी हुई है. उन्हें देश की जनता से कोई मतलब नहीं. सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द कार्य को तेजी से पूरा करें और जो भी लोग फंसे हुए उसे सुरक्षित निकाला जाए'.- सृष्टि, इंजीनियर मनीष कुमार की भतीजी
जानकारी मिली और उत्तराखंड के स्थानीय अधिकारियों से फोन के जरीये पूरी घटना और बचाव कार्य की जानकारी पल-पल ली जा रही है. हालांकि बिहार से अभी तक इस घटना को लेकर प्रशासन की कोई टीम रवाना नहीं हुई है. लेकिन वहां की सरकार और स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं और पल-पल की अपडेट उनके परिवार को दी जा रही है.-मुकेश कुमार, अनुमंडलअधिकारी