पटना: कृषि कानून के विरोध में हुए भारत बंद के दौरान विपक्ष ने बड़े-बड़े दावे किए थे. राजद और कांग्रेस ने दावे किए थे कि उनके तमाम बड़े नेता सड़क पर उतरेंगे और अभूतपूर्व बंद होगा. लेकिन डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान महागठबंधन के सबसे बड़े नेता के तौर पर अगर कोई नजर आया तो वे थे मदन मोहन झा.
आंदोलन से बड़े नेता नदारद
आंदोलन के दौरान तेजस्वी यादव नजर नहीं आए और ना ही उनकी पार्टी के कोई और बड़े नेता नजर आए. हालांकि लेफ्ट के नेताओं ने अपनी उपस्थिति जरूर दर्ज कराई लेकिन राजद का कोई भी बड़ा नेता इस प्रदर्शन में नहीं दिखा.
'बंद को कांग्रेस का पूरा समर्थन'
ईटीवी भारत से बातचीत में मदन मोहन झा ने कहा कि उन्हें ये जानकारी नहीं कि कौन नेता आया है और कौन नहीं. उन्होंने इतना दावा किया कि कांग्रेस के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हैं और किसानों के इस आंदोलन को कांग्रेस का पूरा समर्थन है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को परेशान करना बंद करें और जल्द से जल्द इस कानून को वापस लें.
राष्ट्रव्यापी किसान संगठनों के इस बंद के दौरान बिहार में विपक्ष एक बार फिर पूरी तरह अलग-थलग नजर आ रहा है. महागठबंधन के नेताओं में इस आंदोलन को लेकर समन्वय पूरी तरह फेल दिखा और इसकी बड़ी वजह बिहार में तेजस्वी यादव का नहीं होना माना जा रहा है.