गांधीनगर: सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट (सीबीसीए) द्वारा खेले जा रहे दीवान बल्लूभाई अंडर-19 मल्टी-डे कप टूर्नामेंट में द्रोण देसाई ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. द्रोण देसाई ने एक इंटर स्कूल क्रिकेट मैच में 498 रन का अद्भुत स्कोर बनाया. इस टूर्नामेंट के 30 साल के इतिहास में ऐसा रिकॉर्ड किसी के नाम दर्ज नहीं है. मंगलवार को गांधीनगर के शिवाय क्रिकेट ग्राउंड में जेएल इंग्लिश स्कूल और जेवियर्स स्कूल के बीच मैच खेला गया.
इस टूर्नामेंट के 30 साल के इतिहास में ऐसा रिकॉर्ड किसी के नाम दर्ज नहीं है. इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में सेंट जेवियर्स की टीम ने जेएल इंग्लिश स्कूल को एक पारी और 712 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया. इस इंटर स्कूल क्रिकेट मैच में जेएल इंग्लिश स्कूल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48 रन बनाये. जेवियर्स स्कूल की ओर से यश देसाई और दाशिन शर्मा ने 4-4 विकेट लिए. इसके बाद जेएल इंग्लिश स्कूल के गेंदबाजों को जेवियर्स स्कूल ने खूब धोया.
जेवियर्स स्कूल की टीम ने 7 विकेट पर 844 रन बनाये. जिसमें द्रोण देसाई ने 320 गेंदों में 498 रन बनाए थे. इस जबरदस्त पारी के दौरान उन्होंने 86 चौके और 7 छक्के लगाए. इसके बाद दूसरी पारी में जेएल इंग्लिश स्कूल की टीम सिर्फ 92 रन ही बना सकी और टीम पारी से हार गई. इस वार्षिक टूर्नामेंट का आयोजन सेंट्रल क्रिकेट बोर्ड अहमदाबाद द्वारा किया गया था, जो गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अंतर्गत आता है.
कौन हैं द्रोण देसाई
अहमदाबाद के द्रोण देसाई युवा क्रिकेट में लगातार प्रगति कर रहे हैं. अंडर-14 स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके देसाई निश्चित रूप से अपनी हालिया उपलब्धियों पर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करेंगे क्योंकि इस शानदार प्रदर्शन के बाद वह गुजरात अंडर-19 टीम में जगह बनाने के दावेदार हो सकते हैं. द्रोण ने कहा कि क्रिकेट में उनकी यात्रा सात साल की उम्र में शुरू हुई, वह सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखकर क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित हुए थे.
देसाई अपनी प्रगति का श्रेय अपने पिता को देते हैं, जिन्होंने बहुत पहले ही उनकी क्षमता को पहचान लिया और सुनिश्चित किया कि उन्हें जयप्रकाश पटेल के मार्गदर्शन में गुणवत्तापूर्ण कोचिंग मिले. जयप्रकाश पटेल एक प्रसिद्ध कोच हैं जिन्होंने द्रोणा को क्रिकेट में प्रशिक्षित किया और उन्होंने गुजरात के 40 से अधिक अन्य क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया है.
देसाई ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मैंने सात साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था और मेरे पिता ने मुझे बहुत प्रेरित किया क्योंकि उनका मानना था कि मुझमें एक अच्छा क्रिकेटर बनने की क्षमता है. वह मुझे जेपी सर (जयप्रकाश पटेल) के पास ले गए. कक्षा 8 से 12 साल की उम्र तक मैंने क्रिकेट खेलना जारी रखा और उम्मीद है कि एक दिन मैं बड़ा नाम कमाऊंगा'.
उन्होंने आगे कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि वह 500 रन का आंकड़ा छूने से चूक गए क्योंकि, उन्हें इस बात का एहसास नहीं था कि वह डेथ स्कोर के इतने करीब थे. देसाई ने कहा, 'मैदान पर कोई स्कोरबोर्ड नहीं था और मेरी टीम ने मुझे सूचित नहीं किया कि मैं 498 पर बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैं अपना स्ट्रोक खेलने गया और आउट हो गया लेकिन मुझे खुशी है कि मैं वह रन बनाने में कामयाब रहा'.
उनकी पारी 320 गेंदों में समाप्त हुई जिसमें सात छक्के और 86 चौके शामिल थे. वह करीब 372 मिनट तक क्रीज पर खेले. द्रोण देसाई इतना बड़ा स्कोर बनाने वाले देश के छठे बल्लेबाज बन गये हैं. इससे पहले मुंबई के प्रणव धनावड़े (नाबाद 1009), पृथ्वी शॉ (546), डाॅ. एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में हेववाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) शामिल हैं.