पटना: कोरोना वायरस को लेकर जो हल्ला मचा है उस पर जिले में स्वास्थ्य महकमा गंभीर नहीं है. राजधानी के बाढ़ अनुमंडल के मोकामा के अस्पतालों में सैनिटाइजर और माक्स उपलब्ध नहीं है. बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस के खौफ के कारण एक ओर जहां स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं, दूसरी ओर राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टी भी 31 मार्च तक रद्द कर दी गई है.
राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि बिहार में सिनेमा हॉल, पार्क और चिड़ियाघर भी 31 मार्च तक बंद रहेंगे.
सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध नहीं
बाढ़ अनुमंडल के मरांची अस्पताल हो या घोसवरी पीएससी या फिर मोकामा रेफरल हॉस्पिटल सबकी स्थिति एक जैसी है. सरकार के अलर्ट के बाद न तो यहां सैनिटाइजर है और न ही मास्क की व्यवस्था. इससे बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल साफ पता चलता है.
'अस्पताल में स्प्रिट तक उपलब्ध नहीं'
डॉ उमाशंकर ने बताया कि हमे कुछ भी उपलब्ध नहीं करवाया गया है. उन्होंने कहा कि मास्क और सैनिटाइजर तो दूर की बात है अस्पताल में स्प्रिट तक उपलब्ध नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां हमलोग खुद भी असुरक्षित महसूस कर रहे है.
सैनिटाइजर और मास्क की ब्लैक मार्केटिंग जारी
बता दें कि बाजारों में सैनिटाइजर और मास्क की ब्लैक मार्केटिंग जारी है, जो निर्धारित मूल्य से कई गुणा अधिक दाम पर बेचे जा रहे है. उसमें भी गुणवत्ता पर संदेह है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध करवाए. ताकी आम जनता को से मिल सकें.