पटना: मिशन 2024 की तैयारी को लेकर राजनीतिक दल जुटे हुए हैं. अपनी-अपनी जमीन मजबूत कर रहे हैं. इसी क्रम में छोटी-छोटी पार्टियां या क्षेत्रीय दल भी प्रमुख दलों के साथ मोलभाव का मौका तलाश रहे हैं. गुरुवार को पटना में राजनीतिक गलियारे में उस वक्त हलचल बढ़ गयी जब, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय लोजपाआर के सांसद चिराग पासवान से मिलने पहुंचे. नीतीश कुमार के तीन दिवसीय विपक्ष को एकजुट करने के दौरे के बाद यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
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मुलाकात के मायनेः एक तरफ विपक्ष को एकजुट को कवायद हो रही है. बीजेपी भी अपने पुराने साथियों को एक करने की राह पर है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान के आवास पर उनसे मुलाकात की तो इसके यही मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि चिराग पासवान से मुलाकात के बाद नित्यानंद राय कुछ भी बोलने से मना कर दिया. वहीं चिराग पासवान ने नित्यानंद राय से मुलाकात पर कहा कि कई विषयों को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री से बातचीत हुई है. चिराग पासवान ने कहा नित्यानंद राय जी हमारे पिता के पुराने साथी हैं और उनके सहयोगी रहे हैं.
"उनसे मुलाकात कर व्यक्तिगत चर्चाएं हुई हैं. बीजेपी से सही समय आने पर गठबंधन भी किया जाएगा. नीतीश को बिहार की कोई चिंता नहीं है सिर्फ पीएम की कुर्सी पर नजर है."- चिराग पासवान, जमुई सांसद
इफ्तार पार्टी ने बढ़ाई बैचेनीः रविवार 9 अप्रैल को राजद ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था. इसमें चिराग पासवान भी पहुंचे थे. इसके बाद जदयू नेता केसी त्यागी ने चिराग को महागठबंधन में आने की सलाह दे दी. इसके बाद बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने जहानाबाद में चुटकी लेते हुए कहा कि लगता है चिराग पासवान को भाजपा में सम्मान नहीं मिला है. हमें लगता है कि वे महागठबंधन में आना चाहते हैं. अगर वे आते हैं तो हमलोग उनका स्वागत करेंगे. इसके बाद भाजपा खेमे में बैचेनी बढ़ गयी थी.