पटना: कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के साथ लॉकडाउन को सफलतापूर्वक लागू रखने के लिए नीतीश सरकार के अधिकारी लगातार पसीना बहा रहे हैं. शुक्रवार को भी पूरे दिन सचिवालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक बैठकों का दौर चलता रहा.
सीएम नीतीश ने विधायकों और विधान पार्षदों को अपने-अपने विकास फंड से 50-50 लाख रुपए देने की गुजारिश की है. ताकि कोरोना जैसी महामारी से निपटने में मदद मिले.
बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक
कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए शुक्रवार को सुबह 11 बजे मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बुलाई गई. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे सहित कई अन्य विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव, इलाज और रोकथाम से लेकर आम जनता को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने पर विस्तार से चर्चा हुई.
सामानों की होगी होम डिलीवरी
शुक्रवार को सीएम के साथ अलग-अलग विभागों की बैठक हुई. खाद्य आपूर्ति विभाग ने फैसला लिया कि अगल 24 घंटे के बाद सभी बड़े शहरों में दूध और सब्जियों की होम डिलीवरी की जाएगी. इसके अलावा राशन और रोजमर्रा की जरूरत के सामानों के लिए भी बड़े-बड़े दुकानों को होम डिलीवरी के लिए राज्य सरकार ने कई निर्देश दिए हैं.