पटना: कभी पटना के लोगों के लिए भी गंगा जल आपूर्ति करने की घोषणा की गई थी. लेकिन, वह घोषणा हवा-हवाई हो गई. अब नीतीश कुमार राजगीर में गंगाजल ले जाने के लिए बड़ी योजना बना रहे हैं. इसके लिए 190 किलोमीटर से अधिक पाइप लाइन बिछाकर गंगा का पानी राजगीर ले जाया जाएगा. जिसको लेकर कई स्तरों पर काम शुरू हो चुका है. राजगीर के साथ-साथ गया और नवादा को भी 4 महीने तक गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा और गंगाजल स्टोर करने की बड़ी तैयारी है.
राजगीर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू से मेहरबान रहे हैं. अब राजगीर के लोगों को गंगाजल पिलाने की भी योजना की तैयारी हो रही है. इसको लेकर कई स्तर पर बैठक भी हो चुकी है. यहीं नहीं अधिकारियों का दल तेलंगाना, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में जाकर पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था का वहां अध्ययन किया गया है. बता दें कि जुलाई से अक्टूबर तक पाइप के माध्यम से गंगाजल को लिफ्ट करके राजगीर ले जाया जाएगा. राजगीर के साथ-साथ पाइप लाइन से ही नवादा और गया में भी इन 4 महीनों में पानी इकट्ठा की जाएगी. इसकी जिम्मेदारी जल संसाधन मंत्री संजय झा को मिली है. पिछले महीने इसको लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर कई बैठक भी हो चुकी है.
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जल संसाधन मंत्री ने दी जानकारी
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री राजगीर में घटते जल स्तर से परेशान हैं और इसीलिए जलस्तर को मेंटेन करने के लिए जब गंगा उफान पर रहती है तो उस समय गंगा का पानी से राजगीर का जलस्तर ठीक करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि इस पर बड़ी राशि खर्च होने वाली है और उसकी तैयारी चल रही है.
RJD का सरकार पर आोरप
वहीं, आरजेडी इससे धन उगाही की योजना बता रही है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार का बस चले तो राजगीर को बिहार की राजधानी भी बना दें.
विशेषज्ञों की क्या है राय?
उधर, विशेषज्ञों का कहना है कि केवल इच्छा है इसलिए योजना को लागू नहीं करें बल्कि विशेषज्ञों की राय लेने के बाद ही लागू करें. इंस्टीट्यूट के निदेशक डीएम दिवाकर का कहना है कि राजगीर के लोगों को गंगाजल पिलाना अच्छी बात है. लेकिन, पटना के लोगों को भी पिलाया जाए.
सामाजिक कार्यकर्ता का बयान
बता दें कि गंगा पर कई सालों से गुड्डू बाबा काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब गंगा बचेगी तभी इसका जल कहीं ले जाया जा सकता है. गुड्डू बाबा ने कहा कि गंगा बचने वाली नहीं है और ऐसे भी सरकार बोतल में गंगा जल तो बेच ही रही है.
अगले साल शुरू होगा काम
बता दें कि जल जीवन हरियाली के साथ गंगाजल को राजगीर, नवादा और गया ले जाने की बड़ी योजना होगी. इस योजना पर अगले साल काम शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. पाइप लाइन के सहारे गंगाजल को स्टोरेज पॉइंट तक ले जाया जाएगा और फिर ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से स्वच्छ गंगाजल लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा. मोकामा के हाथीदह से सरमेरा बरबीघा गिरियक तक एक पाइप लाइन से और फिर आगे नवादा और गया के लिए अलग-अलग रुट में पाइप लाइन बिछाई जाएगी. इसके तहत 90 से 100 मिलियन क्यूसेक पानी स्टोरेज की व्यवस्था करने की तैयारी है.