पटनाः बाढ़ (Baadh) से हमारा काफी लगाव रहा है. लेकिन संसदीय क्षेत्र खत्म हो गया. समझिए हमें कितना दुख हुआ होगा? इसके बाद हमने सोच ही लिया कि अब चुनाव नहीं लड़ेंगे. सीएम नीतीश ने कहा कि हम बाढ़ को कैसे भुलेंगे. हम यहां से पांच बार सांसद रहे हैं. पहली बार जीतने के बाद ही केंद्र में राज्य मंत्री बने. हम कैसे इस इलाके को भूल सकते हैं. हम जीवन भर बाढ़ को नहीं भूलेंगे. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शनिवार को अपने पुराने दिनों को याद किया. मौका था बाढ़ के सामुदायिक भवन के वर्चुअली उद्घाटन का.
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सीएम नीतीश ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि पहले जब हम इस इलाके से सांसद थे, तो हम हमेशा क्षेत्र में घूमते थे. एक-एक दिन 12-12 किमी तक पैदल चलते थे. एक दिन तो 16 किमी तक पैदल चले. नीतीश कुमार ने कहा कि हम इस इलाके के विकास को लेकर कृत संकल्पित हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ क्षेत्र में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर मुंगेर के सांसद ललन सिंह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
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पटना जिले का बाढ़ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक क्षेत्र रहा है. लंबे समय समय तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वहां राजनीति की. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि काम को पूरा कर लिया गया. इससे बाढ़ के लोगों को सुविधा होगी. सांसद ललन सिंह के अनुरोध पर योजना की सहमति दी गई थी.
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को आदेश दिया कि योजना के तहत जो बचे हुए काम हैं उसे शीघ्र पूरा कर लिया जाए. डाक बंगला की स्थिति को लेकर भी मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर डाक बंगला की स्थिति ठीक-ठाक नहीं है, तो वहां एक डाक बंगला का निर्माण कराया जाना चाहिए.
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