पटना : बिहार में जातीय जनगणना के मसले पर जदयू आक्रमक है. पार्टी की ओर से चरणबद्ध आंदोलन चलाने की तैयारी कर ली गई है और पार्टी ने भाजपा को बेनकाब करने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. वहीं बीजेपी ने भी जेडीयू पर पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी सिर्फ भ्रम फैलाती है. हमलोगों ने सरकार में रहकर 16 मंत्रियों ने समर्थन दिया कि जातीय जनगणना बिहार में होगा और 200 करोड़ रुपया अलाॅट किया.
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'बीजेपी के सहयोग से शुरू हुई है जातीय गणना' : सम्राट चौधरी ने कहा कि हम जातीय जनगणना के विरोधी नहीं है. भाजपा के समर्थन से बिहार में जातीय जनगणना की मुहिम शुरू हुई थी. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार आरक्षण विरोधी, दलित विरोधी और अति पिछड़ा विरोधी हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में किसी को आरक्षण नहीं दिया. सबसे पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पहल पर आरक्षण दी गई थी. उसके बाद बिहार में कैलाशपति मिश्र ने भी कर्पूरी ठाकुर को आरक्षण की खातिर सहयोग दिया था. अगड़ी जाति को भी भाजपा के सहयोग से आरक्षण मिला.
"बीजेपी के मंत्रियों ने जातीय गणना को समर्थन तो दिया ही, साथ ही 200 करोड़ अलाॅट भी किया गया. जबकि नीतीश कुमार ने इसके लिए कोई कागज नहीं दिया था. राष्ट्रीय स्तर पर देश के प्रधानमंत्री ने भी इस पर सहमति नहीं दी थी. इसके बावजूद बिहार में बीजेपी के लोगों ने इस पर सहमति दी और जातीय जनगणना को हरी झंडी दी गई". - सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
जेडीयू चलाएगी बीजेपी के खिलाफ अभियान : बता दें कि जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा को बेनकाब करने के लिए आंदोलन की रूपरेखा तय कर ली है. ललन सिंह ने कहा है कि 1 सितंबर से 5 सितंबर तक पोल खोल अभियान हर जिले में जदयू चलाएगा. 7 से 12 सितंबर तक प्रखंड मुख्यालय में कैंडल मार्च. 15 से 20 सितंबर हर घर पर काला झंडा लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कहा कि बीजेपी का जातीय जनगणना को लेकर चरित्र उजागर हो गया है. हम इस मुद्दे को जन जन तक ले जाएंगे और भाजपा को बेनकाब करने की कोशिश करेंगे.