पटनाः नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग को आकर्षित करने के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है.
'प्रदेश का विकास दर डबल डिजिट में'
दरअसल, पटना के होटल मौर्या में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बैंकर्स कमिटी की बैठक चल रही थी. जिसमें उन्होंने कहा कि बिहार का विकास दर कई सालों से डबल डिजिट में है. फिर भी यहां कोई बड़ा उद्योग नहीं आ रहा है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तभी यहां निवेशक आएंगे. उद्योग लगेगा तो रोजगार के अवसर बढ़ेगे. जिससे यहां के लोगों को अपने प्रदेश में ही काम मिलने लगेगा.
बिहार के लोगों को बैंकों पर भरोसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का औसत आय राष्ट्रीय औसत आय का 45 प्रतिशत है, जो की आधे से भी कम है. हमलोग बैठक में बैंकों से आग्रह करते रहते हैं लेकिन बैंक सुनता नहीं है. उन्होंने ने कहां कि बिहार के लोग अपना पैसा बैंकों में ही जमा करते है और यहां के लोगों को बैंकों पर काफी भरोसा है. बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, आरबीआई के उप गवर्नर महेश जैन सहित सभी बैंकों के वरीय अधिकारी मौजूद है.