पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में आज नीति आयोग की रिपोर्ट का मामला (NITI Aayog Report Issue) उठा. जिस पर जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि नीति आयोग का मानक को ही हम सही नहीं मानते हैं. जो मापदंड राज्यों के लिए बनाया गया है निश्चित तौर पर वह मापदंड गलत है. उन्होंने कहा कि योजना आयोग ने अपनी रिपोर्ट दी है और उसमें बताया है कि बिहार में 20% से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं. नीति आयोग इस रिपोर्ट को नहीं मानता है और यही कारण है कि वह अपने मानक के अनुसार जो रिपोर्ट तैयार करता है बिहार के परिपेक्ष्य में वह ठीक नहीं है.
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''हम शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और सड़क के क्षेत्र में आगे बढ़े हैं. नीति आयोग ने बीमा को दिखाकर, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को दिखा कर अपना रिपोर्ट तैयार कर दिया है. सभी राज्यों की अपनी भौगोलिक स्थिति होती है. नीति आयोग को इन सब चीजों पर भी विचार करना चाहिए. हमारी बात को सदन में गौर से सुना है और पूरे सदन के लोग इस बात पर सहमति भी जताई है.''- नीरज कुमार, एमएलसी, जदयू
वहीं, जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार के बयान पर कांग्रेस के विधान परिषद प्रेमचंद्र मिश्रा ने पलटवार किया और कहा कि बजट सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण तैयार किया गया, उसमें कहीं भी विशेष राज्य की बात नहीं थी और जातिगत जनगणना की बात नहीं थी. नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर कुछ नहीं किया गया. तब फिर आज क्यों जदयू के विधान पार्षद सदन में इस तरह की बात कर रहे हैं.
''जनता को भ्रम में डालने के लिए इस तरह की बात सत्ता पक्ष के लोग कर रहे हैं. सच्चाई यही है कि विशेष राज्य का मुद्दा हो या जाति जनगणना का मुद्दा हो सबका विरोध बीजेपी कर रही है और जदयू चुपचाप इसको स्वीकार कर रहा है.''- प्रेमचंद्र मिश्रा, एमएलसी, कांग्रेस
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