पटना: बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को पटना के बापू सभागार में श्रीराम सखा भगवान निषादराज की जयंती धूमधाम से मनाई (Nishadraj Guhya birth anniversary in Patna) गई. इस दौरान एक नई पार्टी का भी ऐलान किया गया. इस पार्टी का नाम विकासशील स्वराज पार्टी रखा गया है. सभागार में अनगिनत लोगों ने आराध्य देव प्रभु श्रीराम सखा भगवान निषादराज की जयंती पर पहुंचकर एकजुटता का परिचय दिया. निषादराज की जयंती पर निषाद समाज की तरफ से नए पार्टी के गठन कर ऐलान किया गया. यह पार्टी निषाद समाज के लोगों को जागरूक और एकजुट करेगी.
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पुराने गौरव को पाने के लिए समाज संघर्ष कर रहा: राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों ने श्री राम सखा भगवान निषाद की चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर उनको याद किया. इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान वाल्मीकि नगर लोकसभा पूर्व प्रत्याशी प्रेम कुमार चौधरी ने कहा कि आराध्य देव निषाद राज को त्रेता युग में जो सम्मान वह गौरव प्राप्त था. आज उसी सम्मान और गौरव को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. समाज के आत्म सम्मान की सुरक्षा तभी हो सकती है. जब हम अपने आराध्य देव निषाद को कलयुग में सम्मानित होते देखेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश है कि निषाद समाज को आत्म सम्मान के साथ-साथ उन को उचित सम्मान और समाज का गौरव दिलाने के लिए अंतिम क्षण तक संघर्ष जारी रहेगा.
सरकार समाज को जातियों में बांट रही: प्रेम कुमार चौधरी बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जातियों में बंटी हुई है. जात पात में बैठकर सभी लोगों को अलग किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जाति का कोड जारी कर दिया गया है. यह बड़ा ही गंभीर मामला है. इस पर भारत सरकार को भी गंभीर होने की जरूरत है. बिहार में अब अलग-अलग समाज के लोग अलग-अलग कोड से जाने जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की रणनीति देखकर निषाद समाज में एकता बनाते हुए या निर्णय लिया है कि हमारे समाज के जितने भी लोग हैं. उनमें एकजुटता लाई जा सके. सरकार की तरफ से जातियों में बांटा जा रहा है. यह उचित नहीं है.
"आराध्य देव निषाद राज को त्रेता युग में जो सम्मान वह गौरव प्राप्त था. आज उसी सम्मान और गौरव को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. मेरी कोशिश है कि निषाद समाज को आत्म सम्मान के साथ-साथ उन को उचित सम्मान और समाज का गौरव दिलाने के लिए अंतिम क्षण तक संघर्ष जारी रहेगा. सरकार की तरफ से जाति का कोड जारी कर दिया गया है. यह बड़ा ही गंभीर मामला है. इस पर भारत सरकार को भी गंभीर होने की जरूरत है. बिहार में अब अलग-अलग समाज के लोग अलग-अलग कोड से जाने जाएंगे"- प्रेम कुमार चौधरी , वाल्मीकिनगर लोकसभा पूर्व प्रत्याशी