पटना: शिक्षक दिवस के मौके पर पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल (Shri Krishna Memorial Hall) में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक सम्मान समारोह (Teachers Day Honor Ceremony) आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के 20 उत्कृष्ट शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया, जिसमें 11 शिक्षक और 9 शिक्षिकाएं शामिल रहीं. इस मौके पर 22वें कॉमनवेल्थ प्रतियोगिता में लॉन बॉल में सिल्वर मेडल जीतने वाले भारतीय टीम के खिलाड़ी चंदन कुमार सिंह को भी विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किया गया. चंदन बिहार में लॉन बॉल का प्रशिक्षण भी देते हैं. इसके साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा किलकारी के तीन बच्चों को अपने इनोवेशन पर पेटेंट हासिल करने के लिए सम्मानित किया गया.
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जिला शिक्षा पदाधिकारियों को मिला सम्मान: इस कार्यक्रम में आगामी वर्ष तक शिक्षक कल्याण कोष में धन संग्रह में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया. जिसमें प्रथम स्थान पर नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद द्वितीय स्थान पर पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार और तृतीय स्थान पर पश्चिम चंपारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण शामिल रहे.
"समाज को जागरूक करने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है और बिहार सरकार छात्रों को पोशाक राशि योजना साइकिल योजना और प्रोत्साहन राशि जैसे कई सुविधाएं दे रही है, जो देश में एक नजीर है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में केंद्र सरकार से समग्र शिक्षा अभियान के तहत मिलने वाली सहायता राशि काफी देरी से आती है और कम राशि भी आती है जिस कारण शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले कार्य में देरी होती है. उन्होंने कहा कि वह मंच से केंद्र सरकार से अपील करेंगे कि समय पर पूरी राशि बिहार को उपलब्ध कराई जाए."- प्रोफेसर चंद्रशेखर , शिक्षा मंत्री
निपुण बिहार अभियान की शुरुआत: कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने 5 शिक्षक शिक्षिकाओं को टी एल एम कीट दिया और कक्षा एक के बच्चों के लिए चहक मार्गदर्शिका का भी अनावरण किया. इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने निपुण बिहार अभियान की शुरुआत की और इस अभियान के प्रचार प्रसार के लिए दो वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया.
शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Professor Chandrashekhar) ने कहा कि बिहार का शिक्षा को लेकर पूर्व में काफी गौरवशाली इतिहास रहा है. एक बार फिर से इस गौरवशाली इतिहास को वापस पाना लक्ष्य है और इस दिशा में सरकार काम कर रही है. बिहार में नालंदा यूनिवर्सिटी हुआ करती था जब दुनिया में कहीं कोई विश्वविद्यालय नहीं थे और कई विषयों की यहां पढ़ाई होती थी. उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जिससे भविष्य को बेहतर किया जा सकता है और वह अभिभावकों से अपील करेंगे कि अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करें. समाज को जागरूक करने के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है और शिक्षित समाज विकास के नए आयाम गढ़ता है.
शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा नौकरी: प्रोफेसर चंद्रशेखर ने सातवें चरण के नियोजन के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री पहले ही स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 20 लाख नौकरी की बात कह चुके हैं और सरकार के शिक्षा विभाग में ही सबसे अधिक नौकरियां है. युवाओं को रोजगार देने के लिए शिक्षा विभाग का बड़ा महत्वपूर्ण रोल है और उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि धैर्य रखें जल्द ही तमाम प्रक्रियाओं का पालन करते हुए हल निकाला जाएगा. उनकी सरकार शिक्षित युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और इस पर काम कर रही है.
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