पटनाः बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति ने पटना जिले से सटे धनरूआ प्रखंड के निमड़ा गांव (Nimda village declared Measles Red Zone) को रेड जोन घोषित कर दिया है. दरअसल इस गांव में चेचक का प्रकोप इस कदर फैल गया है कि हर घर में तीन चार सदस्य चेचक के बीमारी (Measles Red Zone in masaurhi) से संक्रमित हैं और यह संक्रमण लगातार बढ़ते ही जा रहा है. हर 2 से 4 दिन पर वहां नये मरीज मिल रहे हैं, चेचक की चेन नहीं टूटने के कारण उस गांव को रेड जोन घोषित कर दिया गया है.
हर हफ्ते बढ़ रहे हैं मरीजः गांव में मीजल्स रोग का संक्रमण फैलने से अब तक कुल 50 से अधिक मरीज मिल चुके हैं और हर एक हफ्ते में नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है. आसपास के गांव के लोग भी डरे हुए हैं. उस गांव में लोग जाने से डर रहे हैं, ग्रामीणों की मानें तो अब तक 100 से अधिक आंकड़ा पार कर चुका है लेकिन सरकारी आंकड़ों की बात करें तो तकरीबन 50 लोग ही अब तक संक्रमित हुए हैं.
गांव को किया जा रहा सैनिटाइज : वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार उस गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है. हर घर में बूस्टर डोज और वैक्सीनेशन की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर चलाई जा रही है. लगातार वहां पर स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम काम कर रही है. धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ विनय कुमार ने बताया कि धनरूआ के निमड़ा गांव को मिजल्स रेड जोन घोषित करते हुए लगातार मेडिकल टीम वहां पर वैक्सीनेशन का काम कर रही है. उस गांव में लगातार चैन नहीं टूटने के कारण उस पूरे गांव को रेड जोन घोषित कर दिया गया है.
"बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशन में डब्ल्यूएचओ की टीम भी उस गांव में जाकर सैंपल इकट्ठा कर जांच कर रही है. गांव में मीजल्स रोग का चेन क्यों नहीं टूट रहा है, इसको लेकर जांच चल रही है. स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम वहां पर लगातार काम कर रही है"- डॉ विनय कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी, धनरूआ