पटनाः सूबे में नवजात शिशु की मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी से स्वास्थ्य मंत्रालय काफी चिंतित है. इसे दूर करने के लिये स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की चार सदस्यीय टीम पूरे बिहार के अस्पतालों का निरीक्षण करेगी. इसी कड़ी में मंगलवार को दिल्ली से आई डॉक्टरों की टीम ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया.
इस दौरान महिला प्रस्तुति, शिशु विभाग और उससे जुड़े निक्कू विभाग का टीम ने जायजा लिया. जहां मातृ कक्ष की जर्जर हालत देख उन्हें अविलम्ब मॉडल मातृ कक्ष बनाने की बात कही. टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ हरीश कुमार ने बताया कि जो भी नवजात निक्कू में भर्ती होने आ रहे हैं, वो काफी लेट से पहुंच रहे हैं जो ज्यादातर गम्भीर शिशु होते हैं. इन पर काबू पाने में डॉक्टरों को परेशानी हो रही है.
जागरुकता अभियान चलाएगी स्वास्थ्य विभाग
डॉ हरीश ने कहा कि इसके लिये स्वास्थ्य विभाग जागरुकता अभियान चलायेगी. यह बताया जाएगा कि नवजात शिशु की हालत जैसे ही खराब हो तुरन्त किसी भी वाहन के माध्यम से निकट अस्पताल में पहुंचे, ताकि समय रहते डॉक्टर भी बच्चों की बीमारी पर काबू पा सकें और मृत्यु दर में कमी आए. अस्पताल में निक्कू की संख्या बढ़े और हर सुविधाओं से लैस हो.