नई दिल्ली: जेएनयू में नए सत्र की शुरुआत में ही बड़ा विवाद सामने आया है. बता दें कि जेएनयू में स्कूल ऑफ लैंग्वेज में दाखिला लेने वाले बीए फर्स्ट ईयर के छात्र ने पीएचडी कर रहे एक छात्र पर रैगिंग और मारपीट करने का आरोप लगाया है.
वहीं, इस मामले को लेकर पीड़ित छात्र ने पुलिस और प्रशासन दोनों से शिकायत कर इस मसले से अवगत करवाया है, साथ ही अपनी सुरक्षा की भी मांग की है.
'बिहार का हूं इसलिए किया अपमानित'
रैगिंग का शिकार हुए छात्र ने बताया कि वे नर्मदा हॉस्टल अपने दोस्त से मिलने गया था. जब वह डॉरमेट्री से आगे बढ़ा तो कार के पास खड़े एक युवक ने उसे बुलाया और उसका परिचय पूछा. जब छात्र ने अपना नाम बताया और बताया कि वह बिहार का रहने वाला है, तो उस युवक ने उसे बिहारी कह कर संबोधित करने लगा और गंदी गालियां देने लगा.
एन्टी रैगिंग स्क्वॉड से की शिकायत
छात्र ने बताया कि उस युवक ने उसे थप्पड़ भी मारा और कहा कि वे यहां से आगे न जाएं. छात्र ने कहा कि बिहार से ताल्लुक रखने की वजह से उस युवक ने उनका बहुत अपमान किया. कान पकड़ने को कहा और नहीं पकड़ा, तो मार पिटाई की.
इसके अलावा उनसे उठक बैठक भी करवाई और धमकी देकर कहा कि वह कभी उनके सामने न आए. छात्र ने कहा कि इस तरह की धमकी मिलने के बाद उन्होंने जेएनयू के एन्टी रैगिंग स्क्वॉड से इसकी शिकायत भी कर दी है.
पीएचडी के छात्र पर लगा आरोप
पीड़ित छात्र ने बताया कि धमकी देने वाला छात्र पीएचडी का है. जिसके खिलाफ हिम्मत करके छात्र ने पुलिस और जेएनयू प्रशासन दोनों से शिकायत तो कर दी है, लेकिन उसे अपनी जान भी खतरे में दिखाई दे रही है. यही वजह है कि उसने पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की है. साथ ही ये भी कह दिया है कि यदि उसे किसी भी तरह की कोई क्षति पहुंचती है तो उसके लिए पीएचडी का वह छात्र जिम्मेदार होगा.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जब जेनएयू प्रशासन से बात करने की कोशिश की गई तो किसी से संपर्क नहीं हो पाया.