पटना: बिहार (Bihar) में इस समय कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के मामले भले ही कम हैं लेकिन देश के कई राज्यों में संक्रमण के मामले अभी भी अधिक हैं. जिसको देखते हुए बिहार सरकार (Bihar Government) ने केरल (Kerala) और महाराष्ट्र (Maharashtra) से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखते हुए कोरोना जांच कराने की बात कही है. पटना जंक्शन (Patna Junction) पर इसके लिये स्वास्थ्य कर्मियों को भी लगाया गया है.
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ईटीवी भारत की टीम शुक्रवार को जब पटना जंक्शन पर पहुंची तो वहां लोगों का जनसैलाब उमड़ा हुआ दिखा. प्लेटफॉर्म पर लोग बिना मास्क के घूमते नजर आये. लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं देखी गयी. एक तरफ सरकार कोरोना को लेकर लगातार सतर्कता बरतने और मास्क लगाने की बात कह रही है तो वहीं रेलवे स्टेशन पर यात्री बिना मास्क के ही नजर आ रहे हैं.
पटना जंक्शन से लाखों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं. सरकार के गाइडलाइंस के बाद जांच के लिए यहां टीम तो बैठा दिया गया है लेकिन जो स्वास्थ्य कर्मी यहां हैं वह आपस में बैठकर बातचीत करते नजर आते हैं. कैमरे के नजर पड़ते ही कर्मी कुर्सी घुमा कर जांच करने लगते हैं. यहां तक कि जिला प्रशासन के द्वारा लगाए गए बिहार पुलिस के जवान भी बिना मास्क के ही बैठे नजर आते हैं और कैमरे की नजर पड़ने के साथ ही सभी अपने ड्यूटी पर नजर आने लगते हैं.
शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे तक लगभग दो सौ यात्रियों की कोविड जांच हुई. बिहार के मुखिया नीतीश कुमार अपने भाषण में हमेशा लोगों को मास्क पहनने को लेकर के नसीहत देते रहते हैं लेकिन रेलवे स्टेशन पर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है. लोग लगातार लापरवाही कर रहे हैं. लोगों की ये लापरवाही बिहार को भारी भी पड़ सकता है.
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