पटना: बाढ़ आपदा के मद्देनजर वर्तमान में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 21 टीमें बिहार राज्य के 13 जिलों में तैनात हैं. 5 टीमें सारण में, 3 टीमें पूर्वी चम्पारण में, 2-2 टीमें दरभंगा, गोपालगंज जिले में, 1-1 टीम कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, पश्चिम चम्पारण, सिवान, वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले में हैं. इसके साथ ही अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन और संचार उपकरणों के साथ बाढ़ आपदा से कुशलता से निपटने के लिए टीमें तैनात की गई है.
5 टीमें बाढ़ राहत और बचाव कार्य में जुटी
9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की मांग पर सुपौल जिले में तैनात दो टीमों में से एक टीम को वैशाली में और एक को गोपालगंज में तैनात किया गया है. साथ ही एनडीआरएफ की तीन टीमों में से एक टीम को सारण जिले में तैनात किया गया है. अब सारण जिले में एनडीआरएफ की कुल 5 टीमें बाढ़ राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. सारण और दरभंगा में बाढ़ प्रभावित इलाके में एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया.
बाढ़ की स्थिति पर रखी जा रही नजर
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि अब तक बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के कार्मिकों ने बाढ़ में फंसे 9,100 से अधिक लोगों को रेस्क्यू बोटों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है. राहत और बचाव ऑपेरशन के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है.
साथ ही समुदाय के लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है. अचानक प्राप्त डिस्ट्रेस कॉल पर भी एनडीआरएफ की टीमें जिला प्रशासन के समन्वय से रेस्पांस करके जरुरतमंद लोगों को हरसंभव मदद कर रही है. एनडीआरएफ का इमरजेंसी ऑपेरशन सेंटर हर दिन चौबीसों घंटे कार्यरत है. जहां से प्रशिक्षित कार्मिकों की ओर से लगातार ऑपरेशनल गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा रही है और बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है.