पटनाः बहुजन क्रांति मोर्चा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ बुधवार को बिहार बंद का आह्वान किया था. महागठबंधन में शामिल रालोसपा और हम ने इस बंद का समर्थन किया है. इन दलों के नेता सड़क पर भी उतरे. वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बंद समर्थकों को आड़े हाथों लेते हुए उन पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया.
'आम जनता का नहीं है समर्थन'
भाजपा के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा है कि सीएए को लेकर विरोध कहीं नहीं हो रहा है. मुट्ठी भर लोग हैं, जो अपना अस्तित्व बचाने और मीडिया में बने रहने के लिए इसका विरोध कर रहे हैं. सीएए के विरोध में बुलाए गए बंद का जनता समर्थन नहीं करती है. आज भी सड़कों पर आम दिनों से ज्यादा ट्रैफिक दिख रही है.
'राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं कुछ दल'
वहीं, जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि सीएए देश का कानून बन चुका है. जिन्हें इस कानून से आपत्ति थी वो सुप्रीम कोर्ट में अपील किए हैं. अब सर्वोच्च न्यायालय को इसपर फैसला करना है. बंद बुलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस कानून के बहाने कुछ दल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं.