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NDA के सभी घटक दल अलग-अलग घोषणापत्र करेंगे जारी

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि विचारधारा और प्राथमिकता के अनुसार घोषणा पत्र में मुद्दों को शामिल किया जाएगा. सरकार बनेगी तो एनडीए का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा.

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Published : Mar 26, 2019, 7:45 PM IST

आरसीपी सिंह.

पटना : लोकसभा चुनाव के दो चरणों के लिए नामांकन समाप्त होने के बाद अब सभी दल चुनावी घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. एनडीए के तीनों घटक दल भाजपा, जदयू और लोजपा अपना अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है.

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि विचारधारा और प्राथमिकता के अनुसार घोषणा पत्र में मुद्दों को शामिल किया जाएगा. सरकार बनेगी तो एनडीए का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा. बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के साथ हैं. केंद्र में सरकार बनाने की बात है, बावजूद इसके एनडीए के प्रमुख सहयोगी दल जदयू, भाजपा से अपना-अलग घोषणा पत्र जारी करेगा.

संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट.

पहले से ऐसा करता आया है जदयू
नीतीश कुमार जब 2015 में विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र लाए थे, तो उस समय सात निश्चय योजना को शामिल किया था. नीतीश उस समय भी महागठबंधन के भाग थे. उस समय भी आरजेडी से अलग घोषणा पत्र जारी किया था. अब एक बार फिर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आर सी पी सिंह के अनुसार पार्टी बीजेपी से अलग अपना घोषणापत्र जारी करेगी.

कई मुद्दों पर जदयू है भाजपा से अलग
जदयू का पहले से ही बीजेपी से कई मुद्दों पर मतभेद रहा है. जदयू का घोषणा पत्र लाने के पीछे मकसद भी यही रहा है कि जो विवादित मुद्दे हैं उस पर वह बीजेपी से अलग दिखे.

सभी को ध्यान में रखकर जारी होगा घोषणापत्र
बीजेपी के घोषणापत्र में जहां धारा 370, राम मंदिर निर्माण सहित कई ऐसे मुद्दे शामिल होते हैं जिस पर जदयू की सोच पूरी तरह अलग है. जदयू के थिंक टैंक घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. तय है इस बार युवा, किसान, आधी आबादी और गरीबों के लिए एनडीए के विभिन्न घटक दल अपने घोषणापत्र में अधिक से अधिक जगह देंगे.

पटना : लोकसभा चुनाव के दो चरणों के लिए नामांकन समाप्त होने के बाद अब सभी दल चुनावी घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. एनडीए के तीनों घटक दल भाजपा, जदयू और लोजपा अपना अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है.

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि विचारधारा और प्राथमिकता के अनुसार घोषणा पत्र में मुद्दों को शामिल किया जाएगा. सरकार बनेगी तो एनडीए का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा. बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के साथ हैं. केंद्र में सरकार बनाने की बात है, बावजूद इसके एनडीए के प्रमुख सहयोगी दल जदयू, भाजपा से अपना-अलग घोषणा पत्र जारी करेगा.

संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट.

पहले से ऐसा करता आया है जदयू
नीतीश कुमार जब 2015 में विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र लाए थे, तो उस समय सात निश्चय योजना को शामिल किया था. नीतीश उस समय भी महागठबंधन के भाग थे. उस समय भी आरजेडी से अलग घोषणा पत्र जारी किया था. अब एक बार फिर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आर सी पी सिंह के अनुसार पार्टी बीजेपी से अलग अपना घोषणापत्र जारी करेगी.

कई मुद्दों पर जदयू है भाजपा से अलग
जदयू का पहले से ही बीजेपी से कई मुद्दों पर मतभेद रहा है. जदयू का घोषणा पत्र लाने के पीछे मकसद भी यही रहा है कि जो विवादित मुद्दे हैं उस पर वह बीजेपी से अलग दिखे.

सभी को ध्यान में रखकर जारी होगा घोषणापत्र
बीजेपी के घोषणापत्र में जहां धारा 370, राम मंदिर निर्माण सहित कई ऐसे मुद्दे शामिल होते हैं जिस पर जदयू की सोच पूरी तरह अलग है. जदयू के थिंक टैंक घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. तय है इस बार युवा, किसान, आधी आबादी और गरीबों के लिए एनडीए के विभिन्न घटक दल अपने घोषणापत्र में अधिक से अधिक जगह देंगे.

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पटना : लोकसभा चुनाव के दो चरणों के लिए नामांकन समाप्त होने के बाद अब सभी दल चुनावी घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. एनडीए के तीनों घटक दल भाजपा, जदयू और लोजपा अपना अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है.

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि विचारधारा और प्राथमिकता के अनुसार घोषणा पत्र में मुद्दों को शामिल किया जाएगा. सरकार बनेगी तो एनडीए का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनेगा. बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के साथ हैं. केंद्र में सरकार बनाने की बात है, बावजूद इसके एनडीए के प्रमुख सहयोगी दल जदयू, भाजपा से अपना-अलग घोषणा पत्र जारी करेगा.

नीतीश कुमार जब 2015 में विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र लाए थे, तो उस समय सात निश्चय योजना को शामिल किया था. नीतीश उस समय भी महागठबंधन के भाग थे. उस समय भी आरजेडी से अलग घोषणा पत्र जारी किया था. अब एक बार फिर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आर सी पी सिंह के अनुसार पार्टी बीजेपी से अलग अपना घोषणापत्र जारी करेगी.

जदयू का पहले से ही बीजेपी से कई मुद्दों पर मतभेद रहा है. जदयू का घोषणा पत्र लाने के पीछे मकसद भी यही रहा है कि जो विवादित मुद्दे हैं उस पर वह बीजेपी से अलग दिखे.

बीजेपी के घोषणापत्र में जहां धारा 370, राम मंदिर निर्माण सहित कई ऐसे मुद्दे शामिल होते हैं जिस पर जदयू की सोच पूरी तरह अलग है. जदयू के थिंक टैंक घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में लग गए हैं. तय है इस बार युवा, किसान, आधी आबादी और गरीबों के लिए एनडीए के विभिन्न घटक दल अपने घोषणापत्र में अधिक से अधिक जगह देंगे.


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