पटना: बिहार विधानसभा में बीते मंगलवार को जो कुछ हुआ वह संसदीय लोकतंत्र के लिए काला अध्याय था. पहली बार विधायकों को नियंत्रित करने के लिए सदन के अंदर बिहार पुलिस को दाखिल होना पड़ा. पूरे घटनाक्रम के बाद सत्ता पक्ष जहां विपक्ष पर आरोप लगा रहा है. वही, विपक्ष सत्तापक्ष पर निशाना साध रहा है.
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CM नीतीश पर टिप्पणी से नाराजगी
विधानसभा की घटना के बाद गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तो तेजस्वी ने मुख्यमंत्री के लिए टपोरी शब्द का भी इस्तेमाल कर दिया. हालांकि, राजद नेता अनवर हुसैन कहते हैं कि असल में बिहार की गरिमा तो मुख्यमंत्री ने गिराई है. राजद नेता ने एनडीए सरकार पर भी कई गंभीर आरोप जड़ दिए. इधर एनडीए नेता विपक्ष को जनता की आवाज बनने की सलाह दे रहे हैं. भाजपा नेता संजय मयूख ने कहा कि सदन में हो या सदन के बाहर, जनता सब देख और सुन रही है. जनता ही विपक्ष के इस व्यवहार का हिसाब लेगी. भाजपा नेता ने विपक्ष को सलाह दी है कि अपने व्यवहार को बेहतर करें.
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तेजस्वी लगातार साध रहे निशाना
एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा और विधान परिषद में कम से कम चार बार गुस्से में आग बबूला होते हुए चिल्लाते और झल्लाते नजर आए. दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने भी विधानसभा हो या विधानसभा के बाहर, सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ही प्रहार जारी रखा है. चाहे ट्वीट के जरिए या प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए, तेजस्वी का हमला लगातार जारी है. ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि बिहार की सियासत में तीखे शब्दों का यह बाण क्या रंग लाएगा.