पटना : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के बटे केदारनाथ सिंह (85 वर्ष) का आज दिल्ली में निधन हो गया. केदारनाथ सिंह लंबी बीमारी के चलते दिल्ली एम्स में इलाज करा रहे थे. दिल्ली एम्स में ही उन्होंने अंतिम सांस ली. केदारनाथ के देहावसान से साहित्य जगत में शोक की लहर है. सभी उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- दरभंगा: कवि केदारनाथ सिंह पर केंद्रित 'साखी' पुस्तक का LNMU में विमोचन
रामधारी सिंह दिनकर के छोटे बेटे केदारनाथ सिंह का निधन : केदारनाथ सिंह केदार उपनाथ से साहित्यिक रचनाएं करते थे. केदारनाथ रामधारी सिंह के सबसे छोटे बेटे थे. उनका जन्म 13 फरवरी 1938 को बिहार के बेगूसराय के सिमरिया में हुआ था. उनके पिता रामधारी सिंह दिनकर को राष्ट्रकवि का दर्जा मिला हुआ था. साहित्यिक संस्कार उनको पैतृक विरासत के रूप में मिली थी.
अपनी रचनाओं से किया साहित्य को समृद्ध : केदारनाथ सिंह ने संस्मरण, कविता और अन्य विधाओं में अपनी लेखनी चलाई थी. बांका सूरज, थोड़ा-थोड़ा पुन्न थोड़ा थोड़ा पाप नाम से कविता संग्रह है. सिमरिया स्तवन उनका काव्य संस्मरण और 'आंखों में नाचते दिन' की रचना की. ये सभी कृतिया साहित्य जगत में काफी सुर्खियां बटोर चुकी हैं.
पिता की जयंती से एक दिन पहले अलविदा हुए केदारनाथ सिंह : हैरानी की बात ये है कि 23 सितंबर को रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनाई जानी थी लेकिन उससे ठीक एक दिन पहले उनके बेटे भी इस दुनिया से विदा हो गए. सभी के मन में एक टीस रह गई. हालांकि रचनाकार अपने कृतित्व में हमेशा जिंदा रहता है. केदारनाथ सिंह भी अपनी कृतित्व के जरिए हमेशा याद किए जाएंगे.