नई दिल्लीः नौकरी लगवाने के नाम पर ठगने वाले गिरोह का नारायणा थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस को 9 फरवरी को एक पीसीआर कॉल मिली थी कि नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गई है. आसिफ इकबाल ने शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो पता चला कि नौकरी दिलाने के नाम पर एक फेक प्लेसमेंट एजेंसी चलाया जा रहा है, जहां बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी किया जा रहा था.
शिकायतकर्ता आसिफ ने अपने बयान में कहा था कि उससे नौकरी दिलाने के नाम पर 14000 मांगे गए और नौकरी नहीं मिलने की स्थिति में उसे वापस करने की भी बात कही गई थी. वहीं शिकायतकर्ता के साथी से इंडिगो एयरलाइन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की नौकरी दिलाने के लिए 40000 मांगे गए थे, लेकिन पैसे देने के 9 महीने बाद तक कोई सटीक जानकारी नहीं दी गई.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ऐसे युवाओं को अपना शिकार बनाने के लिए यूपी के कई कॉलेज में ये दोनों फ्रॉड बच्चों की डिटेल लेकर टारगेट करते थे. शिकायत के बाद जांच का जिम्मा एसआई मनोज कुमार और कॉन्स्टेबल सुनील को सौंपी गई. आरोपी की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया गया और फिर इनमें से एक आरोपी हारून मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया. फिर उसके दूसरे साथी अभिषेक कुमार भी पुलिस की जाल में फंस गया.
एक बिहार तो दूसरा यूपी का है आरोपी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी मिलकर नकली प्लेसमेंट एजेंसी चलाते थे और उसी के जरिएशिकार को टारगेट करते थे. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हारून मोहम्मद कानपुर का रहने वाला है. वहीं दूसरा आरोपी अभिषेक कुमार उर्फ अमन सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला है.
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