पटनाः लॉकडाउन के बीच सोमवार को ईद मनाई जा रही है. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए प्रशासन लगातार लोगों से घरों में ईद की नमाज अदा करने की अपील कर रहा है. इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक नाजिम मौलाना मोहम्मद शिबली कासमी ने कहा कि इस्लाम को आए लगभग 15 सौ सालों हो चुके हैं. पहली बार ऐसा हुआ है कि ईद-उल-फितर की नमाज सभी लोगों ने अपने घरों पर अदा किया.
'घरों में अदा करें नमाज'
नाजिम मौलाना मोहम्मद शिबली कासमी ने कहा कि ईद की नमाज के साथ पांचों वक्त और जुमा की नमाज भी जमात से अदा की जाती है. कोरोना महामारी से बचने के लिए लॉकडाउन के पाबंदी का ख्याल रखते हुए फर्ज नमाजे भी लोग अपने घरो में पढ़ रहें है. उन्होंने कहा कि लोग जुमा की नमाज नहीं अदा कर जोहर की नमाज अपने घरों में अदा कर रहें हैं.
अल्लाह की इबादत
मौलाना ने कहा कि पूरा देश कोरोना से परेशान है. ऐसे में लोगों ने ईद-उल-फितर की नमाज भी एहतियातों का ख्याल रखते हुए अदा किया. उन्होंने कहा कि असल खुशी पूरे महीने अल्लाह की इबादत की होती है. मोहम्मद शिबली कासमी ने लोगों से जरूरतमंदों के बीच सेवईयां बांटने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने लोगों से गले न मिलकर अपनी बातों से मोहब्बत का पैगाम देकर ईद की मुबारकबाद पेश करें.