पटना: नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में कोरोना की वजह से और कुछ प्रशासनिक अस्थिरता से विश्व विद्यालय की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा था. ऐसे में 6 माह पूर्व इस विश्वविद्यालय के लगभग सभी पदों पर एक निश्चित अवधि के लिए पदाधिकारियों की उपलब्धता की गई. महान गणितज्ञ के सी सिन्हा (NOU VC KC Sinha) को विश्वविद्यालय का वीसी बनाया गया वहीं प्रति कुलपति कुलसचिव और कुलसचिव (परीक्षा) के पद पर निश्चित अवधि के लिए उपलब्धता की गई जिसका परिणाम है कि पिछले छः माह में अवरुद्ध कार्य पटरी पर आ चुके हैं. इस संबंध में 6 माह के रिपोर्ट कार्ड को लेकर एनओयू कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई.
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एनओयू के कुलसचिव डॉ घनश्याम राय (NOU Registrar Ghanshyam Rai ) ने जानकारी दी कि 2021-22 सत्र में सबसे अधिक नामांकन हुए हैं और लगभग 24000 से अधिक नामांकन अब तक हो चुके हैं. इसके अलावा विश्वविद्यालय में B.Ed की मान्यता बहाल करने के लिए एनसीटीई से पत्राचार भी किया गया है. अगले सत्र से दर्जनों नए कोर्स को शुरू करने की तैयारी चल रही है. विश्वविद्यालय में अभी के समय 105 कोर्स का संचालन चल रहा है. नैक से विश्वविद्यालय को मान्यता दिलाने के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन जरूरी प्रयास शुरू कर चुका है. संस्थान ने अपनी ओर से 42 नए स्टडी सेंटर तैयार किये हैं.
कुलसचिव घनश्याम राय ने जानकारी दी है कि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए पहली बार ऑनलाइन काउंसलिंग क्लास की शुरुआत की गई है. कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर केसी सिन्हा गणित का ऑनलाइन क्लास लेकर विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. विश्वविद्यालय के ई कंटेंट और ई लर्निंग के साथ-साथ ई लाइब्रेरी को सुगमता पूर्वक लागू करने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग बिहार सरकार से अन्य विश्वविद्यालयों की तरह नालंदा खुला विश्वविद्यालय के लिए भी बजट आवंटन किया जाए.
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