पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी योजना सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल पहुंचाया जाना है, लेकिन यह योजना मसौढ़ी में नाकामी की भेंट चढ़ती दिख रही है. योजना कागजों तक ही सिमट कर रह गई है.
मसौढ़ी में इस योजना की शुरुआत हुए 1 साल बीतने को हैं. बावजूद अभी तक कई घरों को नल का जल नसीब नहीं हुआ है. यह स्थिति किसी गांव का नहीं, बल्कि मसौढ़ी शहर के विभिन्न वार्डों की है. नल जल के नाम पर सड़कों पर बेतरतीब ढंग से पाइप बिछाकर ऐसे ही छोड़ दिया गया है. सड़क पर बिखरा पाइप वाहनों से दबने के चलते टूट कर खराब हो रहा है. ऐसे में लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. वहीं, पदाधिकारी आश्वासन देते दिख रहे हैं.
31 दिसंबर तक पूरा करना था काम
नल जल योजना का काम बुडको कंपनी को दिया गया था, जिसे 31 दिसंबर तक पूरा करना था, लेकिन अभी भी मसौढ़ी के विभिन्न वार्डों में सैंकड़ों घर नल के जल से वंचित हैं. मसौढ़ी नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता किशोर कुणाल के अनुसार मसौढ़ी में नल जल का कार्य दो फेज में हो रहा है. पहले फेज में 4600 घरों में नल लगाया गया है, जबकि दूसरे फेज में 4356 घरों में नल लगाया गया है. ये आंकड़े सिर्फ कागजों तक ही हैं. तस्वीरें यह भी बता रही हैं कि सिर्फ पाइप बिछाकर छोड़ दिया गया. नल का जल लोगों को अभी तक नसीब नहीं हुआ है.