पटना: नीतीश सरकार (Bihar Government) सात निश्चय के अंतर्गत हर घर नल का जल योजना (Har Ghar Nal Jal Scheme) के तहत सभी घरों में स्वच्छ जल पहुंचाने का दावा कर रही है. लेकिन दावों की पोल राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी अनुमंडल में ही खुल रही है. यहां सात निश्चय के तहत नल जल का काम जब शुरू हुआ तो गांव के लोगों में उम्मीद जगी कि अब नल से साफ पानी पी सकेंगे. काम शुरू हुए 1 साल बीत गए हैं लेकिन अबतक पानी नसीब नहीं हुआ है.
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दरअसल मसौढ़ी अनुमंडल के सर्राफाबाद बलियारी गांव में मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय के तहत हर घर नल जल योजना कि जब शुरूआत गांव में हुई थी तो ग्रामीणों में खुशी का माहौल था. लोगों में उम्मीद थी कि अब नल के जल से हम सभी पानी पी सकेंगे. लेकिन बीते 1 साल से अधिक हो गए हैं, यहां पर नल जल का काम अधूरा है. नल जल के नाम पर सिर्फ टंकी तो लगी है लेकिन जल नसीब नहीं हुआ है.
मसौढ़ी अनुमंडल के सर्राफाबाद बलियारी गांव में 1500 से अधिक आबादी वाला गांव है. जहां पर नल जल के नाम पर टंकी तो लगा दी गई है लेकिन लेकिन अभी तक उन सभी गांव ग्रामीणों को नल से जल नसीब नहीं हुआ है. नतीजन ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ भारी नाराजगी है. लोगों स्वच्छ पानी के लिए कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा भी गांव में कई तरह की समस्याएं हैं. कहीं नाली नहीं है तो कहीं सड़क नहीं बनी है.
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ऐसे में राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी का बलियारी गांव एक सरकार को आइना दिखा रहा है. वहीं इस पूरे मामले में मसौढ़ी प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमनें कुछ ही दिन पहले ड्यूटी ज्वाइन की है. ईटीवी भारत के माध्यम से जानकारी मिली है. जल्द ही इस समस्या का निदान करेंगे.
बता दें कि 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय योजना बनाई थी. उन्हीं योजनाओं में से एक महत्वकांक्षी योजना लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए हर घर नल का जल पहुंचाने का निश्चय किया गया था. इस योजना को लेकर 6 साल होने को है लेकिन पटना जिले में ही सरकार की यह योजना दम तोड़ रही है. ऐसे में अन्य जिला या गांव का क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है.
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