पटना: मंगलवार को नगर निगम की 17वीं बोर्ड की बैठक हुई. यह बैठक काफी हंगामेदार रही. इस मीटिंग में कुल 24 एजेंडों पर बहस होनी थी. जिसमें चार ही एजेंडों पर ही मुहर लग पाई. मीटिंग के बीच में मेयर और डिप्टी मेयर के लोगों के बीच जमकर बहस हुई. जिस कारण बैठक को बीच में ही रोकना पड़ा.
हंगामा के कारण हुआ पोस्टपोंड
राजकीय शोक के बावजूद पटना नगर निगम की 17वीं बैठक बुलाई गई. 4 एजेंडा पास होते होते हंगामा शुरू हो गया. जिस कारण बैठक को पोस्टपोंड कर दिया गया. इस दौरान नगर आयुक्त अनूप कुमार ने कहा कि हंगामा होने के कारण बैठक को रद्द करना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस बैठक में कुछ योजनाए पास हुई हैं. बाकि हंगामा के कारण कैंसिल करना पड़ा.
इन मुद्दों पर होनी थी चर्चा
आपको बता दें कि स्मार्ट सिटी और नगर निगम के तहत पटना को स्मार्ट बनाने की योजना चल रही है. जिसमें कचरा प्रबंधन से लेकर पानी की समस्या, रोड कटिंग रेगुलेशन, फाइबर ऑप्टिकल रेगुलेशन ,वृक्षारोपण और उसे संरक्षित करने के उपायों पर चर्चा होनी थी. लेकिन, शहर में जलापूर्ति की समस्या को देखते हुए हर वार्ड में कम से कम 10 बोरिंग की योजना ही स्वीकृत हो पाई है. इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स एमबी बुक और ई-बिल सॉफ्टवेयर के सिस्टम निविदा पर कार्रवाई हुई है.