पटना: नगर निगम में आउटसोर्सिंग पर बहाल सफाईकर्मी वेतन की मांग को लेकर सोमवार से हड़ताल पर जा रहे हैं. इससे शहर की सफाई व्यवस्था बाधित रहने की उम्मीद जताई जा रही है. सफाईकर्मियों का कहना है कि अभी तो महज एक अंचल कार्यालय अंतर्गत हड़ताल रहेगी. अगर निगम और कंपनी मांग नहीं मानी तो सभी अंचलों में हड़ताल की जाएगी.
'सफाईकर्मियों का हो रहा शोषण'
सफाईकर्मियों के नेता नंद किशोर दास ने कहा कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से जितने भी सफाई कर्मी बहाल हैं, कंपनी के तरफ से उनका लगातार शोषण किया जा रहा है. उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जाता है. निगम कंपनी को सफाईकर्मी के वेतन के लिए प्रतिकर्मी 13 हजार रुपए देती है. लेकिन कंपनी मात्र 9 हजार रुपए ही भुगतान करती है. वह भी समय पर नहीं दिए जाते हैं. कर्मी वेतन की मांग करते हैं तो उन्हें नौकरी से हटा दिया जाता है. कर्मियों से महीने में 30 दिन काम लिया जाता है और वेतन सिर्फ 26 दिनों का ही दिया जाता है.
अधिकारियों पर सुधी नहीं लेने का आरोप
नंद किशोर दास ने कहा कि नगर निगम इस कंपनी को हटाए या समय पर वेतन भुगतान को सुनिश्चित करे. उन्होंने कहा कि कर्मियों ने कई बार अपनी मांग अधिकारियों के पास रखा है, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है. हर बार कुछ न कुछ बोलकर टाल दिया जाता है. फिर आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.