पटना: प्रदेश में वीआईपी पार्टी काफी नई है और अपने पहले विधानसभा चुनाव में ही पार्टी ने 10 में से 4 सीटों पर जीत हासिल की और राज्य की सत्ता में भागीदार है. पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं और प्रदेश में पशुपालन और मत्स्य विभाग के मंत्री पद का कार्यभार संभाल रहे हैं. मुकेश सहनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्हेंने पार्टी के विस्तार से जुड़े कार्यक्रम और पशुपालन विभाग के आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दी.
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी ने पार्टी के विस्तार के बारे में बताया कि 2 साल में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मिलकर पार्टी को इस मुकाम तक पहुंचाया है और आज पार्टी सरकार में शामिल है और वह मंत्रिमंडल के सदस्य हैं. बूथ कमेटी से लेकर राष्ट्रीय कमेटी तक पार्टी का संगठन मजबूत हो और सभी जाति धर्म के लोगों को पार्टी से जोड़ा जाए. यह नए साल में पार्टी ने लक्ष्य रखा है. प्रदेश के ऐसे नेता जो समाज के लिए कई लड़ाई लड़े हैं.
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क्या कहते हैं वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी
मुकेश सहनी का कहना है कि वे खुद युवा हैं. ऐसे में वह युवाओं के हित में दिन रात काम कर रहे हैं. एक तरफ पार्टी में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ने पर वह काम कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ अपने विभाग में युवाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कई योजनाएं भी बना रहे हैं. डेयरी सेक्टर से युवा जुड़े इसके लिए पशुपालन के लिए युवाओं को सरकार की तरफ से काफी सब्सिडी दी जा रही है. इसके अलावे मुर्गी पालन में भी युवाओं को सब्सिडी दी जा रही है.उन्होंने कहा कि मछली पालन की बात करें तो प्रदेश में ऐसे जमीन को वह चिन्हित करा रहे हैं. जहां खेती नहीं होती है और हमेशा पानी लगा रहता है. किसान से एग्रीमेंट के तहत वह जमीन लेकर विभाग की तरफ से कई तालाब बनाए जाएंगे और मछली पालन के लिए किसानों को सब्सिडी भी दिया जाएगा.
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'जो पारंपरिक रूप से मछली पालन नहीं करते हैं. अगर वह मछली पालन करना चाहते हैं तो उनके लिए भी अलग से पॉलिसी बनाई गई है. इसके अलावा चौड़ प्रोजेक्ट है, जिसके तहत मछली पालन के लिए किसानों को सब्सिडी दी जा रही है और इस प्रकार से अनेकों कार्यक्रम चल रहे हैं और आगे आने वाले दिनों में कई नए कार्यक्रम भी विभाग की ओर से शुरू किए जाएंगे. ताकि प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा मिले और मछली उत्पादन में बढ़ोतरी आए': मुकेश सहनी, पशुपालन और मत्स्य विभाग के मंत्री
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बंगाल में मछुआरे समाज की काफी संख्या है. ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में बंगाल में चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर मुकेश सहनी ने कहा कि वह अभी बंगाल और असम में चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आगे आने वाले दिनों में पार्टी का विस्तार होगा और इसके लिए सभी प्रदेशों में पहले संगठन का विस्तार किया जाएगा और जब संगठन सशक्त हो जाएगा. तभी चुनाव लड़ा जाएगा.